
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की चारों उपचुनाव वाले इलाकों में किस दल से कौन प्रत्याशी होगा यह तस्वीर अब पूरी तरह से साफ हो चुकी है। कांग्रेस व भाजपा ने अपनी रणनीति के तहत प्रत्याशी तो चुनावी मैदान में उतार दिए, लेकिन अब उन्हें भितरघात जैसे संकट का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि अब दोनों ही दलों को अपने-अपने नाराज नेताओं को मनाने और उन पर नजर रखने के लिए मेहनत करनी पड़ रही है। इस मामले में भाजपा की अपेक्षा कांग्रेस में हालात कुछ अच्छे हैं। भाजपा को चारों सीटों पर ही इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि कांग्रेस के सामने यह स्थिति महज दो सीटों पर बनी हुई हैं।
दरअसल कांग्रेस को इस तरह की स्थिति का सामना खंडवा लोकसभा और रैंगाव सीट पर करना पड़ रहा है , लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस रैंगाव में तो जल्द ही इस स्थिति से बाहर आ जाएगी, लेकिन खंडवा उसके लिए परेशानी का सबब बनी रह सकती है। खंडवा में कांग्रेस ने दिग्विजय समर्थक राजनारायण को प्रत्याशी बनाया है, जबकि यहां से सबसे अधिक प्रबल दावेदार पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव थे। वे पार्टी के इस निर्णय पर बाहरी तौर पर भले ही नाराजगी न दिखाते हुए मैदानी मोर्चा पर सक्रिय दिख रहे हों , लेकिन वे अंदरुनी तौर पर खुश नही हैं। लगभग यही स्थिति रैंगाव सीट पर भी बनी हुई है।
इस सीट पर कांग्रेस ने कल्पना वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर बसपा से कांग्रेस में आर्इं ऊषा चौधरी चुनाव लड़ना चाहती थीं। फिलहाल कांग्रेस ने इन दोनों ही नेताओं को मनाने के लिए उन्हें चुनावी जिम्मेदारी देने की तैयारी कर ली है इसके अलावा उनके साथ कुछ नेताओं की भी तैनाती करने की तैयारी की है। कल्पना को पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय भैया का समर्थक माना जाता है। उधर भाजपा में कांग्रेस की तुलना में हालात अधिक खराब बने हुए हैं। अगर बात खंडवा लोकसभा की करें तो यहां पर भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर के सामने अर्चना चिटनिस, हर्ष और कृष्ण मुरारी मोघे की नाराजगी से निपटने की बड़ी चुनौती बनी हुई है। हालात यह हो गए हैं कि हर्ष तो बीते रोज नामाकंन भरवाने तक के लिए घर से नही निकले हैं। यह तीनों ही नाराज नेता इलाके के प्रभावशाली नेताओं में माने जाते हैं। इसके अलावा जिन दो सीटों पर भाजपा ने दलबदलुओं को टिकट दिया है, उन पर भितरघात की संभावना सबसे अधिक बनी हुई है।
इनमें पृथ्वीपुर से प्रत्याशी बनाए गए शिशुपाल यादव 2018 का चुनाव समाजवादी पार्टी से लड़े थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि भाजपा में उनके टिकट से नाराज नेताओं ने सपा से इस बार एक कुशवाहा समाज के व्यक्ति को चुनाव में उतरने में पूरी मदद की है। इससे भाजपा को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में कांग्रेस के बेहद मजबूत प्रत्याशी नितेन्द्र से चुनावी मुकाबला कठिन होता जा रहा है। वैसे भी सह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट होने के साथ ही राठौर परिवार के प्रभाव वाली है। इसी तरह से कांग्रेस से टिकट न मिलने की बन चुकी संभावना के चलते पाला बदलकर भाजपा में आई सुलोचना रावत को भाजपा के नेताओं ने जोबट में दांव लगाया है। इसकी वजह से इस सीट पर वे मूल भाजपाई नाराज हैं, जो मजबूत टिकट के दावेदार बने हुए थे। इनमें पूर्व विधायक से लेकर पार्टी पदाधिकारी तक शामिल हैं। इसी तरह से सबसे अधिक खराब हालात तो भाजपा के लिए रैगांव में बने हुए हैं। वहां पर स्वर्गीय जुगल किशोर बागरी के दोनों पुत्र टिकट न मिलने से बगावत पर उतर गए हैं। यहां पर बागरी के एक पुत्र और उसकी पत्नी ने न केवल नामांकन फार्म खरीदा है बल्कि उसे भरने भी जा रहे हैं। अगर बागरी परिवार का कोई सदस्य चुनाव में उतर जाता है तो भाजपा को बड़ा नुकसान होना तय है। इस सीट पर भाजपा ने सतना निवासी प्रतिमा बागरी को टिकट दिया है। वे वर्तमान में पार्टी की जिला महामंत्री हैं और वे सतना में रहती हैं। उनके दादा जीवनलाल बागरी जुगल किशोर बागरी के बड़े भाई थे।
भाजपा इस तरह से कर रही है कवायद
पार्टी ने भितरघात रोकने के लिए दमोह की तर्ज पर ही जोबट में टिकट के प्रबल दावेदार और दो बार के विधायक रहे माधौ सिंह डाबर को सुलोचना रावत का चुनाव संचालक मनोनीत कर दिया है। उनके अलावा दूसरे दावेदार पूर्व विधायक नागर सिंह चौहान को चुनाव प्रबंध समिति का संयोजक नियुक्त किया है। इसी तरह से नाराज नेताओं को दूसरे उपचुनाव वाले इलाकों में भी नाराज नेताओं को मनाने के लिए इसी तरह का जिम्मा दिए जाने की तैयारी कर ली गई है।
सीएम और वीडी को जाना पड़ रहा
पार्टी नेताओं में नाराजगी को देखते हुए स्वयं सीएम शिवराज सिंह चौहान व प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को खुद अपने प्रत्याशियों का नामाकंन जमा कराने के लिए जाना पड़ रहा है। इस दौरान उनके द्वारा सभी नाराज नेताओं से भी बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया जा रहा है। नामांकन में शामिल होने के लिए भी इन नाराज नेताओं को बुलाया जा रहा है, जिससे की बाहर एकता का संदेश दिया जा सके। यही वजह है कि बीते रोज खंडवा व जोबट में नामांकन कराने के बाद यह दोनों ही नेता आज पृथ्वीपुर और रैगांव भी जा रहे हैं।
भाजपा का प्रचार अभियान कल से होगा शुरू
उपचुनाव वाले इलाकों में भाजपा ने चुनाव प्रचार अभियान कल यानी कि 9 अक्टूबर से शुरू करने की तैयारी कर ली है। यह फैसला भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया है। इसके तहत घर-घर पहुंचकर कन्या पूजन किया जाएगा जो 13 अक्टूबर तक चलेगा। इस बीच मंडल स्तर पर चुनाव वाले क्षेत्रों में चुनाव कार्यालय 10 अक्टूबर तक शुरू कर दिए जाएंगे। इसी तरह से पार्टी ने खंडवा लोकसभा सीट की सभी 8 विधानसभाओं के अलावा जोबट, रैगांव एवं पृथ्वीपुर विधानसभा में कम से कम 7 सभाएं करने की रणनीति बनाई गई हैं। इन सभाओं को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा तो संबोधित करेंगे ही साथ ही इनमें केंद्रीय मंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
निर्वाचन क्षेत्र-कांग्रेस के प्रत्याशी- भाजपा के प्रत्याशी
खंडवा लोकसभा- राजनारायण सिंह पुरनी-ज्ञानेश्वर पाटिल
पृथ्वीपुर विधानसभा- नितेन्द्र सिंह राठौर-शिशुपाल सिंह यादव
जोबट विधानसभा- महेश पटेल- सुलोचना रावत
रैगांव विधानसभा-कल्पना वर्मा- प्रतिमा बागरी