मंच से पूर्व बसपा नेता को देनी पड़ रही है सफाई

बसपा नेता
  • रुपए न लेने के लिए खानी पड़ रही है कसम

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। दो दिन पहले बसपा छोडक़र भाजपा में आने वाले पूर्व विधायक बलवीर दंडौतिया को अब सफाई देनी पड़ रही है। दरअसल वे ऐसा नेता के रुप में पहचान बना चुके हैं, जो कभी किसी एक दल में अधिक दिनों तक रह ही नहीं पाते हैं। इसकी वजह है , उनका सत्ता प्रेम। वे बसपा, कांग्रेस और भाजपा में रह चुके हैं। दरअसल यही तीनों दल है प्रदेश के प्रमुख राजनैतिक दल हैं। इसमें वे बसपा में दो बार और अब भाजपा में भी दो बार आ जा चुके हैं। उनके हाल ही में भाजपा में आने को लेकर क्षेत्र में तरह -तरह के कयासों का दौर जारी है, जिसकी वजह से ही उन्हें सार्वजनिक रूप से सफाई देनी पड़ रही है। भाजपा में वापसी करने के बाद दिमनी से बसपा के पूर्व विधायक बलवीर दंडौतिया ने भाजपा की रैली में मंच से भाषण के दौरान  दलबदल पर सफाई दी। कहा, लोग मेरे बारे में कह रहे हैं कि मैंने करोड़ों रुपया खा लिया, लेकिन मैं कसम खाकर कहता हूं कि मैंने एक भी रुपया नहीं लिया। सीएम मोहन यादव और प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के कहने पर खुद को भाजपा में आने से नहीं रोक सका। में कांग्रेस में रहा, बसपा में रहा। कांग्रेस का भविष्य 20-25 साल पीछे चला गया है, क्योंकि वहां चापलूसी करनी पड़ती है। बसपा में भी ईमानदार कार्यकर्ता का कोई वजूद नहीं। मैंने शिवमंगल सिंह (भाजपा प्रत्याशी) से भी कह दिया है कि वह दिमनी क्षेत्र में जाकर ब्राह्मणों से माफी मांगें। मैं उनसे बात करूंगा।
    भाजपा ने किया ब्राह्मणों को साधने का प्रयास
    दंडौतिया को भाजपा में चुनावी रणनीति के तहत लाया गया है। उनका मुरैना में समाज में अच्छा प्रभाव माना जाता है। कांग्रेस टिकट घोषित होने तक राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि बलवीर को बसपा से चुनाव लड़ाया जाएगा, जिससे ब्राह्मण मतदाताओं को बांटा जा सके, लेकिन बसपा से मुरैना के व्यवसायी रमेश गर्ग को टिकट ले आए। इसकी वजह से भाजपा के सारे चुनावी समीकरण बिगड़ गए थे। यही वजह है कि अब बलवीर को भाजपा में लाकर ब्राह्मण वर्ग को साधने का प्रयास किया गया है।
    भाजपा पर लगा चुके हैं गंभीर आरोप  
    15 अप्रैल को बसपा प्रत्याशी रमेश गर्ग के समर्थन में हुई पत्रकारवार्ता में दंडौतिया ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इन्होंने (भाजपा) विधानसभा चुनाव में दिमनी से मुझे बेईमानी करके हराया था। मैं आत्मा से कह रहा हूं कि इस बार इन्हें ऐसा सबक सिखाओ कि मेरे साथ हुए अन्याय का बदला लिया जा सके। इसके एक पखवाड़े के अंदर ही वे खुद भाजपा में शामिल हो गए हैं, जिसकी वजह से समाज व क्षेत्र के लोग उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
    भेजा गया मंच से पीछे
    हाल ही में मुरैना में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा से पहले दंडौतिया का भाजपा ने रणनीति के तहत भाषण भी कराया। हालांकि इस दौरान मंच पर मौजूद रहने वाले भाजपा नेताओं की सूची में उनका नाम नहीं था। इसकी वजह से ही विशेष परमिशन लेकर पीएम के आने से पहले मंच पर बलवीर दंडौतिया का भाषण कराया गया और एसपीजी के सुरक्षा व्यवस्था संभालने के बाद पूर्व विधायक को मंच से पीछे भेजा गया।
    गसपा प्रत्याशी गर्ग को लगा बड़ा झटका
    पूर्व विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया के भाजपा में शामिल होने से सबसे बड़ा झटका बसपा प्रत्याशी रमेश गर्ग को लगा है, राजनीतिक जानकार बताते है कि, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह गुर्जर और पूर्व विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया उनको बीएसपी का टिकट दिलवाकर लाये थे। इन दोनों के दम पर ही बीएसपी प्रत्याशी लोकसभा चुनाव जीतने का दावा कर रहे थे। यही वजह है कि वे कई बार अपनी निजी बैठकों में भी बोलते रहते थे कि, शहर की पोलिंग बूथों पर उनको बाहुबलियों से कोई खतरा नहीं है।
    बसपा बता रही विश्वासघाती
    ग्रामीण क्षेत्रों की पोलिंग बूथों पर बसपा की ताकत पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह व पूर्व विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया थे।  ऐसे में बुधवार पूर्व विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया उनको बीच मझधार में छोडक़र चले गए। बहुजन समाज पार्टी के कुछ लोग उनको विश्वासघाती भी बोल रहे हैं। अब बीएसपी प्रत्याशी को ग्रामीण क्षेत्रों की पोलिंग बूथों पर ताकत कौन देगा? बीएसपी प्रत्याशी के लिए यह सबसे बड़ी संकट की घड़ी है।

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