94 के पिंजरे में अटकी 67 विधायकों की सांस

विधानसभा

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 229 पर प्रत्याशियों की घोषणा कर कांग्रेस ने तस्वीर साफ कर दी है। लेकिन भाजपा ने भले ही पहली सूची सबसे पहले जारी कर दी थी, लेकिन अभी भी 94 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा होना बाकी है। यह  94 सीटें ऐसी हैं, जो 67 विधायकों के लिए पिंजरे की तरह बन गई हैं। अब देखना यह है कि भाजपा अपने कितने विधायकों को मिशन  2023 के समर में उतारती है।
गौरतलब है कि भाजपा द्वारा चार सूचियों में अब तक 136 प्रत्याशियों की घोषणा की जा चुकी है। अब भाजपा की पांचवीं सूची का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। पितृ पक्ष में अपनी चौथी सूची जारी करने के बाद से भाजपा ने खामोशी सी ओढ़ ली है। इस सूची के इंतजार में, आठ मंत्री समेत 67 विधायकों की सांसे अटकी हुई हैं। दिलचस्प यह है कि सत्ता और संगठन से जुड़े आला नेताओं ने कुछ विधायकों को फोन कर उन्हें बता दिया है कि उनका टिकट पक्का है, वे प्रचार में जुटे रहे। वहीं दो दर्जन से अधिक विधायकों की धडक़ने बढ़ी हुई हैं। वे टिकट की आस में अपने राजनीतिक आकाओं के दर पर दस्तक दे रहे हैं। माना जा रहा है यह सूची अब शनिवार को जारी हो सकती है। इसमें अधिकांश प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे।  पार्टी की सूची आने में भले ही विलंब हो रहा हो पर प्रदेश में सत्ता और संगठन से जुड़े नेता कई प्रत्याशियों को चुनावी समर में पूरी तरह उतरने का इशारा दे चुके हैं। कुछ नेताओं से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सीधी बात की है और उन्हें इशारा दिया है कि वे अपने क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय रहे। इसके अलावा तीन मंत्रियों को छोडक़र अधिकांश मंत्रियों को भी चुनावी तैयारी में जुटने को कहा गया है, ताकि वे ऊहापोह की स्थिति से बाहर आ सके। जिन वर्तमान विधायकों के टिकट पर खतरा मंडरा रहा है, उनमें बीना से महेश राय, टीकमगढ़ से राकेश गिरी, चंदला से राजेश प्रजापति, मेहगांव से मंत्री ओपीएस भदौरिया के नाम शामिल हैं। भाजपा ने इस बार केवल चुनाव जीतने वालों को टिकट देने का क्राइटेरिया बनाया है। इसी कारण अस्सी की उम्र पार कर चुके नागेन्द्र सिंह को गुढ़ तथा नागेन्द्र सिंह नागौद को नागौद से टिकट देने का फैसला किया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि नागेन्द्र सिंह नागौद ने एक साल पहले चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था। भाजपा सूत्रों का कहना है कि जिन नेताओं को टिकट मिलने की हरी झंडी मिल गई है, उनमें ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाह, बम्होरी से महेन्द्र सिंह सिसोदिया, अमरपाटन से रामखेलावन पटेल, जतारा से हरिशंकर खटीक, महू से ऊषा ठाकुर, शुजालपुर से इंदर सिंह परमार,भिंड से नरेन्द्र कुशवाह, भोजपुर से  सुरेन्द्र पटवा, इंदौर पांच से महेन्द्र हार्डिया का नाम शामिल हैं।
124 में से 57 विधायकों को अब तक टिकट
गौरतलब है कि भाजपा अब तक चार सूचियां जारी कर अपने 136 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है। इसमें 57 विधायक भी शामिल हैं। यानी भाजपा के 124 विधायकों में से 67 विधायकों के टिकट होल्ड पर है। अब तक की सूची में उन मंत्रियों और वर्तमान विधायकों के नाम होल्ड कर दिए गए थे, जिनके नामों पर विवाद था या फिर क्षेत्र के नेता एकमत नहीं थे। सूत्रों की माने तो प्रदेश के नेताओं ने तीन दौर की बैठक कर सभी 94 सीटों पर सिंगल नाम केन्द्रीय नेतृत्व को चार दिन पहले भेज दिए थे। इन पर एक दौर का मंथन हो चुका है। पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति आने वाले शनिवार को फिर बैठ रही है। इसमें पांचवीं सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। सूत्रों की माने तो भाजपा इस सूची में अपने सभी 94 नामों का ऐलान कर सकती है। इसके लिए सहमति बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी अब तक 136 सीटों पर नामों का ऐलान कर चुकी हैं। वहीं बची हुई 94 सीटों पर मंथन लगातार जारी है। आज दिल्ली बीजेपी मुख्यालय पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। जिसमें उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी। आज शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बीजेपी सीईसी की बैठक होगी। जिसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी कैंडिडेट की पांचवी सूची जारी कर सकती हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 3 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जहां वे बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होंगे। आपको बता दें कि इसके पहले मंगलवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर कोर ग्रुप की बैठक हुई थी। यह मीटिंग करीब 4 घंटे तक चली। जिसमें बची हुई 94 सीटों पर मंथन किया गया था।

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