आज मंथन…4 के बाद क्रियान्वयन

कांग्रेस में युवाओं को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए पूरा दमखम लगाया है। युवा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने आधा दर्जन सीटों पर भाजपा के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। ऐसे में अगर कांग्रेस पिछली बार की अपेक्षा इस बार अच्छा प्रदर्शन करती है तो पार्टी में युवाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी। इस संदर्भ में आज कांग्रेस में मंथन हो रहा है। इसी को लेकर  मंथन में आगामी रणनीति बनेगी। इस पर  4 जून को मतगणना के बाद क्रियान्वयन होगा। अभी  कांग्रेस के पास सिर्फ एक सीट है। पार्टी का दावा दो अंको में सीट जीतने का है। अगर पार्टी का दावा सच होता है तो आने वाले दिनों में प्रदेश में कई बड़े बदलाव दिखेंगे। काम करने वालों को पार्टी जहां उपकृत करते हुए फ्रंट पर लाएगी, वहीं भितरघात करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। हाल फिलहाल कांग्रेस का पूरा फोकस मतगणना पर है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद अब कांग्रेस प्रदेश संगठन का चेहरा बदलने जा रही है। इसमें जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक आधे पदाधिकारी 50 वर्ष से कम आयु के होंगे। युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और अन्य विभाग व प्रकोष्ठ के कुछ पदाधिकारियों को मुख्य संगठन में लेने के साथ ही इनके संगठनों को भी नया रूप दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद  संगठन को पूरी तरह से बदलने की तैयारी है। इसमें जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा। कांग्रेस मतगणना को लेकर अलर्ट मोड पर है। कारण है कि मतदान के दौरान अधिकांश सीटों पर प्रशासनिक अमले पर बीजेपी के पक्ष में काम करने के आरोप लगे थे। इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने  मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तक को शिकायत की थी। वहीं मतगणना के दौरान ऐसी स्थिति न बने,इसके लिए प्रत्याशियों के साथ ही मतगणना के दौरान मौजूद रहने वाले कार्यकर्ताओं को सभी जानकारी दी जाएगी। कांग्रेस ने सभी से फार्म 17सी के साथ ही इस फार्म में हर बूथ की माइक्रो इंफॉर्मेशन मांगी गई है।
युवा नेतृत्व की अग्नि परीक्षा
 दरअसल, विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने कई सख्त निर्णय लिए थे। ठीक चुनाव से पहले पार्टी ने युवाओं पर दांव खेला था। जीतू पटवारी को जहां पीसीसी चीफ की जिम्मेदारी दी गई, वहीं उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। टिकट वितरण में भी युवाओं को सबसे अधिक मौका दिया गया। इस दौरान कई बड़े नेताओं ने पार्टी का साथ भी छोड़ा। ऐन चुनाव में दल बदल से पार्टी को नुकसान भी हुआ। ऐसे में मप्र में कांग्रेस की सीटें बढ़ती हैं तो यह संगठन के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगा। कांग्रेस मप्र में दोहरे अंक में लोकसभा सीट जीतेगी। यह दावा पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का है। उन्होंने कहा था कि 2019 के चुनावों में भाजपा को छिंदवाड़ा को छोडक़र  28 सीटें मिली थी। इस बार नतीजे आश्चर्यजनक होंगे।
जिलों में होंगे बड़े बदलाव…
कांग्रेस की नई रणनीति के तहत जिलों में बड़े बदलाव किए जाएंगे। इसके तहत लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को अधिकृत प्रत्याशी के समर्थन में काम नहीं करने वालों की सूची सौंपी गई है। इसमें पदाधिकारियों के साथ ही डेढ़ दर्जन जिलाध्यक्ष भी शामिल हैं। इन पर चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशी का समर्थन नहीं करने के आरोप लगे हैं। पार्टी ने इन्हें हटाने का मन बना लिया है। इनके स्थान पर ऐसे कार्यकर्ताओं को आगे लाया जाएगा, जो जमीनी रूप से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। प्रदेश से लेकर जिला तक में 50 फीसदी से अधिक युवाओं को शामिल किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो सूची तैयार कर ली गई है। संगठन को मतगणना का इंतजार है। मतगणना के बाद इसे जारी कर दिया जाएगा। उधर, युवा कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह भी संगठन को आगामी चुनौतियों के लिए तैयार करने 22 मई से जिलेवार समीक्षा करेंगे। इसके बाद नए चेहरों को अवसर देने का निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि महिला कांग्रेस, सेवादल, एनएसयूआइ, मोर्चा-प्रकोष्ठों की लोकसभा चुनाव में भूमिका को लेकर संगठन संतुष्ट नहीं है। बूथ स्तर पर जिस तरह के काम की अपेक्षा इन संगठनों से की गई थी, वह कहीं भी नजर नहीं आई है।
नए चेहरों को आगे लाया जाएगा
विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को बनाकर पीढ़ी परिवर्तन का संदेश दिया गया था। पटवारी ने केंद्र संगठन को प्रदेश कार्यकारिणी के लिए 64 नाम भी प्रस्तावित किए हैं। लोकसभा चुनाव के कारण केंद्रीय संगठन से हरी झंडी नहीं मिली है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव होने के बाद एक बार फिर अब संगठन को नए सिरे से तैयारी करने कवायद प्रारंभ हुई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि डेढ़ माह में सभी पहलूओं पर विचार करके नई टीम तैयार की जाएगी। नए चेहरों को आगे लाया जाएगा तो वरिष्ठ नेताओं का उपयोग भी किया जाएगा। इसके संकेत उन्होंने कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में भी दे दिए।

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