बोर्ड परीक्षा के छात्रों को मिली पूरक परीक्षा से मुक्ति

बोर्ड परीक्षा
  • सरकार ने लिया बड़ा फैसला

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इस बार प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं में हर साल हजारों की संख्या में छात्र और छात्राओं को पूरक परीक्षा का सामना करना पड़ता था, जिससे मंडल को तमाम व्यवस्थाएं करनी पड़ती थीं और स्कूलों में भी परीक्षाओं की तैयारी करनी पड़ती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं करना होगा। इसकी वजह है प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया वह निर्णय जिसमें दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में पूरक परीक्षा नहीं कराने का तय किया गया है। इसके साथ ही तय किया गया है कि अब एक शैक्षणिक सत्र में अब सिर्फ दो परीक्षाएं होंगी, जिसके आधार पर ही वार्षिक परीक्षा का परिणाम तैयार किया जाएगा। यह व्यवस्था इसी शैक्षणिक सत्र से लागू करने का निर्णय किया गया है। इस संबंध में मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की कार्यपालिका समिति में निर्णय के बाद अब बोर्ड की बैठक में अंतिम मुहर लगाई जानी है। उल्लेखनीय है कि हर साल बोर्ड परीक्षा में 18 लाख छात्र और छात्राएं शामिल होती हैं। बोर्ड अभी तक एक बार वार्षिक परीक्षा का आयोजन करता है। इन परीक्षाओं का आयोजन हर साल फरवरी और मार्च में किया जाता है। इस परीक्षा का परिणाम आने के बाद जुलाई में पूरक परीक्षा आयोजित की जाती है।  अब इस पैटर्न को सरकार ने बदलने का तय कर लिया है। दरअसल यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप परीक्षा करने के लिए किया गया है। इसके तहत फरवरी और जुलाई में दो वार्षिक परीक्षाएं होगी। इन दोनों परीक्षाओं के अच्छे विषयों के नंबरों के आधार पर छात्रों की एक मुख्य मार्कशीट तैयार कर दी जाएगी। मंडल के इस निर्णय को कार्यपालिका समिति में मुहर लग गई है। यह फैसला 2024-25 से लागू किया जाएगा। दरअसल, दो मुख्य परीक्षाओं का मॉडल गुजरात और छत्तीसगढ़ राज्य में पहले से लागू है। माशिमं के द्विर्षीय पाठ्यक्रम के आधार पर दसवीं- बारहवीं बोर्ड के साथ यह नवमीं ग्यारहवीं में भी लागू होगा। इस दो एग्जाम मॉडल का असर प्रदेश के कुल 36 लाख से अधिक विद्यार्थियों पर पड़ेगा।
द्वितीय परीक्षा का भी प्रस्ताव
दसवीं-बारहवी बोर्ड में पूरक परीक्षा को अपग्रेड कर द्वितीय परीक्षा का दर्जा देने का प्रस्ताव है। द्वितीय परीक्षा  पूरक परीक्षा के समय कराई जाएगी। इससे दोनों परीक्षाओ में विद्यार्थियों का जो सबसे अच्छा परिणाम होगा उसके आधार पर ही परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा।
इस तरह का होगा नया पैटर्न
बोर्ड की बारहवीं परीक्षा में छात्र विजय (काल्पनिक नाम) ने गणित संकाय लिया। इस संकाय के आधार पर विजय के बारहवीं में पांच विषय (मैथमेटिक्स, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, हिंदी व अंग्रेजी) है। दो परीक्षाओं के मॉडल के अनुसार विजय ने पहली वार्षिक परीक्षा फरवरी में दी। इसका रिजल्ट घोषित होने के बाद अजय के मैथमेटिक्स, फिजिक्स, कैमेस्ट्री और हिंदी में अच्छे नंबर आए। अंग्रेजी में कम नंबर आए। इसके बाद मंडल की दूसरी परीक्षा जुलाई में आयोजित की गई। विजय चाहे, तो दूसरी परीक्षा में सभी विषयों के पेपर दे सकता है या सिर्फ अंग्रेजी (जिस विषय में नंबर कम थे) के पेपर में शामिल हो सकता है। इसके बाद छात्र का जो रिजल्ट बनेगा, उसमें अंग्रेजी के जिस परीक्षा में अच्छे नंबर थे, उसे शामिल किया जाएगा। यही पैटर्न फेल या पूरक होने की स्थिति में अपनाया जाएगा।

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