राजनीति में भाजपा का नया कार्ड मची हलचल, बदलेंगे समीकरण

राजनीति में भाजपा

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश में बीते दो साल से जारी उथल पुथल के बीच पहले सरकारें बदलीं और अब भाजपा का चेहरा बदलने का दौर जारी है। इसी के तहत अब प्रदेश में दो ऐसे नेताओं को प्रोजेक्ट करने के रुप में पार्टी हाईकमान ने नया कार्ड चला है श्रीमंत और केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक का। इन दोनों ही नेताओं के संगठन स्तर पर दौरे प्रदेश के उन इलाकों में तय किए गए हैं, जहां पर भाजपा बीते कुछ समय से कमजोर साबित हुई है। फिलहाल इन दोनों नेताओं को मैदानी स्तर पर प्रोजेक्ट करने से प्रदेश के दो दिग्गज नेताओं में शामिल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को झटका लगना तय माना जा रहा है।
पार्टी हाईकमान द्वारा चलाए गए इस नए कार्ड के अब प्रदेश में राजनैतिक गलियारों में निहितार्थ खोजे जा रहे हैं। हाल ही में केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए श्रीमंत और खटीक को मैदानी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का नया जिम्मा दिया गया है। इन मंत्रियों के दौरों का आशीर्वाद यात्रा का नाम दिया गया है। इस यात्रा के बहाने पार्टी एक साथ दो फायदों की तलाश में है। पहला तो यह कि कांग्रेस द्वारा नए मंत्रियों के परिचय के दौरान किए गए हंगामे को राजनैतिक रुप से भुनाना दूसरा पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करना। श्रीमंत को तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर भाजपा की सरकार बनवाने के इनाम के रुप में मंत्री बनाया जाना पहले से ही तय था, जबकि थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद उनकी जगह प्रदेश से डॉ. वीरेंद्र खटीक को मंत्री बनाया गया है। खटीक का मंत्री बनाया जाना सभी को चौंका गया था। दरअसल गहलोत जिस अनुसूचित वर्ग का प्रतिनिधित्व करते थे उसी वर्ग से खटीक आते हैं। यही वजह है कि प्रदेश में ऐसा शायद पहली बार हो रहा है जब केन्द्रीय मंत्रियों के दौरे के लिए संगठन स्तर पर भी प्रभारी बनाए गए हैं। खास बात यह है कि इस यात्रा में पड़ोसी राज्य से मंत्री बनाए गए क्षत्रिय समुदाय से आने वाले एसपीएस बघेल भी मप्र के क्षत्रिय बाहुल्य जिलों में जाने वाले हैं।
इन मंत्रियों की इस यात्रा का कार्यक्रम राजनैतिक फायदे के दृष्टिकोण से इस तरह से बनाए गए हैं कि वे अपने प्रभाव वाले अंचलों में अधिकतम स्थानों पर पहुंच सकें। यही वजह है कि श्रीमंत को मालवा निमाड़, खटीक को बुंदेलखंड अंचल और बघेल को चंबल अंचल में यात्रा पर जाने का दौरा बनाया गया है। यह यात्राएं प्रदेश में 16 से 24 अगस्त तक चलेंगी।  यात्रा के दौरान यह तीनों ही मंत्री न केवल 14 लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे, बल्कि सैकड़ों कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि यात्राओं के दौरान तीनों ही केंद्रीय मंत्रीगण धार्मिक स्थलों, संत-महात्माओं, शहीदों, लोकतंत्र सेनानियों आदि से आशीर्वाद लेंगे। इसके अलावा मंत्रीगण विभिन्न समाजों के कार्यक्रमों में भाग लेंगे तथा प्रबुद्धजनों, कलाकारों, खिलाड़ियों से भेंट करेंगे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री विभिन्न महापुरुषों के स्मारकों पर जाकर श्रद्धासुमन भी अर्पित करेंगे। खास बात यह है कि इसके लिए भोपाल से दिल्ली तक जोर-शोर से तैयारी की जा रही है।
प्रदेश संगठन और राष्ट्रीय नेताओं के बीच तीन दिन से बैठकों के दौर के बाद आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। खास बात यह है कि इस यात्रा के स्थानों के चयन में चुनावी समीकरणों का भी खास ख्याल रखा गया है।
श्रीमंत करेगें 4 लोकसभा इलाकों को कवर
श्रीमंत अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत देवास से 17 अगस्त को करेंगे। इसी दिन वे शाजापुर जाएगें और अगले दिन खरगोन जाएंगे, जहां पर वे वेरखेड़ी में बाजीराव पेशवा के समाधि स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के साथ भाग लेंगे। 19 अगस्त को उनकी यात्रा इंदौर पहुंचेगी। उनकी यात्रा के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा को प्रभारी एवं कार्यसमिति सदस्य संतोष पारीक को सहप्रभारी बनाया गया है। वे इस दौरान 4 जिलों एवं 4 लोकसभा क्षेत्रों में करीब 584 किलोमीटर की दूरी तय कर 78 कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
7 जिलों में जाएंगे खटीक
अपनी यात्रा की शुरूआत केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक द्वारा 19 अगस्त को ग्वालियर से की जाएगी। 20 अगस्त को डॉ. वीरेंद्र खटीक भोपाल में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी रहेंगे। इसके बाद वे 21 अगस्त को विदिशा एवं सागर जिलों के दौरे पर और 23 अगस्त को जबलपुर 24 अगस्त को दमोह तथा टीकमगढ़ जिलों में रहेंगे। उनकी यात्रा के लिए प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत को प्रभारी एवं कार्यसमिति सदस्य महेंद्र यादव को सह प्रभारी बनाया गया है। इस दौरान वे 7 जिलों एवं 7 लोकसभा क्षेत्रों का पांच दिनों में 589 किलोमीटर की यात्रा कर दौरा करेंगे। इस दौरान वे 105 कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
इस तरह से लगेगा झटका
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा स्वयं बुदेंलखंड अंचल की खजुराहो सीट से सांसद हैं। इसी अंचल की दमोह सीट का प्रतिनिधित्व केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी लोकसभा में करते हैं। इन दोनों ही नेताओं को प्रदेश का बड़ा व कद्दावर नेता माना जाता है। शर्मा सांसद के साथ ही प्रदेश भाजपा के मुखिया भी हैं, जबकि पटेल केन्द्रीय मंत्री हैं। इसकी वजह से उनका अंचल के साथ ही प्रदेश में अपना राजनैतिक कद है, लेकिन जिस तरह से हाल ही में मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए श्रीमंत और खटीक को प्रोजेक्ट किया जा रहा है उससे उनके कद में वृद्धि होने से शर्मा व पटेल को झटका लगना तय माना जा रहा है। दरअसल खटीक की यात्रा का कार्यक्रम प्रमुख रुप से बुंदेलखंड में तो है ही साथ ही उनकी इस यात्रा का दौरा महाकौशल अंचल के उस इलाके का भी बनाया गया है, जिसे पटेल के साथ ही वीडी के प्रभाव वाला माना जाता है। खटीक पार्टी के पुराने नेता होने के साथ ही ऐसे सांसद हैं जो बीते कई बार से लगातार सांसद निर्वाचित हो रहे हैं। उनकी गिनती सीधे, सहज और सरल राजनेता के रुप में होती है। यह पहला मौका है जब पार्टी द्वारा उन्हें इस तरह से प्रोजेक्ट किया जा रहा है। इसी तरह से पार्टी द्वारा श्रीमंत की यात्रा का जो कार्यक्रम तय किया गया है , उसमें यह खास ध्यान रखा गया है कि वे मालवा निमाड़ के हर उस क्षेत्र में पहुंच सकें, जो उनके पूर्वजों की रियासत का हिस्सा रहा है। इन इलाकों में अब भी श्रीमंत का बड़ा प्रभाव माना जाता है। यही वजह है कि उनकी यात्रा का कार्यक्रम उन इलाकों के लिए खासतौर पर बनाया गया है, जिससे की पार्टी वहां और अधिक मजबूत हो सके। यह प्रदेश का वो अंचल है जहां पर पार्टी को बीते विधानसभा चुनाव में आशा के अनुरुप सफलता नहीं मिली थी, जिसकी वजह से पार्टी को विपक्ष में बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
बघेल की होगी दतिया के पीताम्बरा पीठ से यात्रा शुरू
केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल आशीर्वाद यात्रा दतिया स्थित पीताम्बरा पीठ से 16 अगस्त को शुरू करेगें। इसी दिन वे दतिया, डबरा, ग्वालियर जाएंगे। इसके बाद वे अगले दिन मुरैना में आशीर्वाद लेंगे। उनकी यात्रा के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश चतुर्वेदी को प्रभारी एवं प्रदेश मंत्री मदन कुशवाह को सह प्रभारी बनाया गया है। उनकी यह यात्रा  तीन जिलों एवं तीन लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी तथा 167 किलोमीटर की होगी। इस दौरान बघेल 14 कार्यक्रमों में भाग लेंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उत्तरप्रदेश से सांसद तथा केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल प्रदेश में आशीर्वाद यात्राओं के माध्यम से जनता का आशीर्वाद लेंगे। ये यात्राएं 16 अगस्त से शुरू होंगी और 24 अगस्त तक चलेंगी। यात्राओं के दौरान केंद्रीय मंत्रीगण धार्मिक स्थलों, संत-महात्माओं, शहीदों, लोकतंत्र सेनानियों आदि से आशीर्वाद लेंगे। इसके अलावा मंत्रीगण विभिन्न समाजों के कार्यक्रमों में भाग लेंगे तथा प्रबुद्धजनों, कलाकारों, खिलाड़ियों से भेंट करेंगे। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री विभिन्न महापुरुषों के स्मारकों पर जाकर श्रद्धासुमन भी अर्पित करेंगे।
भाजपा में शामिल होते ही मालवा का किया था श्रीमंत ने दौरा
भाजपा में शामिल होने के बाद श्रीमंत ने 4 और 5 जुलाई को रतलाम, मंदसौर और नीमच का दौरा किया था। इस दौरान वे अपने  पहले से करीबियों के अलावा कोरोना में जान गंवाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों से मिलने पहुंचे थे। श्रीमंत एमपीसीए के प्रेसीडेंट रहे हैं, जिसकी वजह से इस अंचल में उनका दखल रहता है। यही नहीं इस अंचल के कई इलाके उनके पूर्वजों की रियासत का हिस्सा रहने की वजह से उनका प्रभाव वाला इलाका माना जाता है। इस इलाके के तहत आने वाले खंडवा लोकसभा और जोबट विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वजह से भी उनकी यात्रा काफी अहम मानी रही है।

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