
नाम तय, सक्रियता के साथ आक्रमक दिखेंगे भाजपाई
अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हुए अचानक दौरे के बाद से अब प्रदेश में भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है। यही वजह है कि चुनावी तैयारियों को लेकर बीते दो दिनों से पार्टी में बैठकों का दौर लगातार जारी है। इस बीच प्रदेश संगठन ने संगठनात्मक दृष्टि से प्रदेश के सभी 64 जिलों के लिए चुनाव प्रभारियों के नाम भी तय कर लिए हैं। इन नामों की घोषणा कभी भी की जा सकती है। चुनाव प्रभारी का जिम्मा पार्टी के उन नेताओं को दिया जा रहा है, जो फिलहाल टिकट के दावेदार नही हैं। इन नामों को तय करने के लिए पार्टी के उन तमाम नेताओं ने बैठक की जो पार्टी के कोर ग्रुप के साथ ही चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। फिलहाल यह सूची चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव और चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर को दे दी गई है। माना जा रहा है कि इस सूची को जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। यह प्रभारी ही जिलों में चुनाव प्रबंधन का पूरा काम काज देखेंगे और प्रदेश मुख्यालय से समन्वय का काम भी करेगें। उधर, बीते रोज दिनभर भाजपा के सभी बड़े नेता सक्रिय रहे।
इन नेताओं ने प्रदेश मुख्यालय में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया। इन नेताओं ने पार्टी के अलग-अलग विभागों की बैठक कर अब तक की गई चुनाव को लेकर तैयारियों की जानकारी लेकर समीक्षा की। इस दौरान इन नेताओं ने चुनाव के दौरान और अधिक आक्रमक और सक्रिय रहने के लिए विभागों को निर्देश दिए हैं। नेताओं ने कहा कि हमें पूरे विश्वास के साथ मैदान में उतरना है। हमारी नीति और जनता के बीच साख भी अच्छी है, ऐसे में हमें विपक्षियों के हर हमले का पूरे जोश के साथ जवाब देना है। प्रदेश कार्यालय में भाजपा नेताओं की बैठकों का दौर सुबह साढ़े दस बजे शुरु हुआ तो वह दौर देर शाम तक जारी रहा। इस बीच में कुछ देर के लिए दोपहर में भोजन के लिए ही नेता पार्टी दफ्तर से बाहर निकले। उनके लौटते ही फिर से बैठकों का दौर शुरू हो गया। सबसे पहले प्रदेश मीडिया विभाग की बैठक हुई, जिसमे संघ की पद्धति पर मीडिया प्रभारी सहित सभी प्रवक्ताओं और सहयोगियों के साथ परिचय हुआ। बैठक में चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर ने इस टीम का मार्गदर्शन करते हुए साफ-साफ कहा कि चुनाव का समय है। ऐसे में हमें पूरी आक्रामकता के साथ विपक्ष का जवाब देना है। इसके लिए सभी को पूरी तरह से अपडेट रहना होगा। हमें मीडिया से भी बेहतर तालमेल और सामंजस्य बनाकर चलना होगा। किसी भी स्थिति में हमारे सकारात्मक कार्य जनता के पास पहुंचना चाहिए।
पूछा किस मुद्दे को कैसे ट्रेंड कराते हो?
इन दिग्गज नेताओं ने आईटी सेल के कार्यालय में जाकर मौके पर मौजूद सुविधाओं की जानकारी लेकर कामकाज को देखा। इस दौरान आईटी सेल के लोगों से नेताओं ने कार्यप्रणाली को लेकर पूरी जानकारी ली। नेताओं ने यह भी जानकारी ली की टे्रंड कराने वाले मुद्दों को कैसे चयन करते हैं और टें्रड कराने की क्या प्रक्रिया है। इस दौरान मुद्दों को किस तरह से बदला जाता है। नेताओं ने आईटी सेल के लोगों से कहा कि यह सेल अच्छी मजबूत है। हमें और सजग होकर इसका इस्तेमाल चुनाव के समय करना है, जिससे जनता के पास हमारी बातें आसानी से पहुंचे और विपक्षियों को भी मजबूती से जबाव मिल सके। इसके अलावा नेताओं ने कई और प्रकोष्ठों की बैठक कर उन्हें चुनावी दृष्टि से निर्देश दिए हैं।
दो दिन होगी पार्टी की बड़ी बैठक
कल की बैठकों के बाद तय किया गया है कि अब 19 और 20 जुलाई को भोपाल में फिर से पार्टी को बड़ी बैठक की जाएगी। जिसमें प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव , सह प्रभारी अश्वनी वैष्णव और चुनाव समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर के अलावा प्रदेश के दूसरे बड़े नेता शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस दो दिन की बैठक के बाद प्रदेश चुनाव अभियान समिति की भी घोषणा कर दी जाएगी। इस समिति का प्रभारी केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रभारी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही तय किया गया है कि अब प्रदेश भाजपा कोर समिति की बैठक भी प्रति सप्ताह आयोजित होगी। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ 11 जुलाई को बैठी पूरी टीम शामिल होगी। इसके अलावा क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, पंकजा मुंडे और रामशंकर कठेरिया भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव और चुनाव प्रबंधन कमेटी के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इसमें भाग लेगें।
शाह फिर आएंगे
केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने पिछले भोपाल दौरे के दौरान कहा था कि वे अब हर पखवाड़े भोपाल आएंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार अपने इस वादे के मुताबिक शाह 30 जुलाई को एक दिन के प्रवास पर फिर से भोपाल आ सकते है। इसके बाद उनका अगला दौरा 9 अगस्त को होगा। यही वजह है कि प्रदेश संगठन द्वारा शाह द्वारा दिए गए टास्क को पूरा करने के लिए लगातार सक्रियता दिखाई जा रही है। दरअसल प्रदेश संगठन हर हाल में शाह द्वारा दिए गए टॉस्क को उनके दौरे के पहले पूरा कर लेना चाहता है।