
- संगठन ने की डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं की सूची तैयार
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। पंश्चिम बंगाल में पार्टी को विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी बनाने के बाद उप्र विस चुनावों में फिर से सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले मप्र के भाजपा कार्यकर्ताओं को अब एक बार फिर से दूसरे राज्य के चुनावों में अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत अब प्रदेश के कार्यकतार्ओं व नेताओं की गुजरात में तैनाती की जाएगी।
गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। दरअसल जिन विधानसभा सीटों पर मप्र के कार्यकर्ताओं की तैनाती की गई थी , उनमें से अधिकांश पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत हुई है। दरअसल पार्टी ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से दो माह पहले ही मध्यप्रदेश के करीब डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं को वहां की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात कर दिया था। वहां पर उन्हें पार्टी प्रत्याशियों और आम मतदाता के मध्य सामंजस्य बनाने का काम सौंपा गया था। यह कार्यकर्ता वहां पर मतदाताओं को यह समझाने में सफल रहे कि प्रदेश के विकास के लिए भाजपा की सरकार बनना जरुरी है। यही नंही उनके द्वारा फीडबैक देने का काम भी किया गया। यही वजह है कि भाजपा द्वारा कहीं पर राष्ट्रवाद, तो कहीं पर विकास के मुद्दे पर वोट मांगे गए।
युवा व अनुभव का सामजंस्य
जिन कार्यकर्ताओं को उप्र भेजा गया था उसमें से सभी भाजपा के कार्यकर्ता ही थे, जिनमें कई पूर्व विधायक तो कई युवा कार्यकर्ता शामिल थे। इसकी वजह से ही युवा जोश के साथ अनुभव का बेहतर सामजंस्य बन गया था। खास बात यह है कि इनमें से कई कार्यकर्ता तो बीते चुनाव में उतरे थे , तो कई के पास चुनाव संचालन का काम भी रह चुका है। इसके अलावा कई कार्यकर्ता संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर भी काम कर चुके हैं। इसकी वजह से उनके पास चुनाव का अनुभव भी र्प्याप्त था। दरअसल इनके द्वारा दिए गए अच्छे परिणामों की वजह से अब भाजपा ने उन्हें गुजरात भेजने का फैसला किया है। इसके लिए केन्द्रीय संगठन ने मध्यप्रदेश भाजपा से निर्देश मिल चुके हैं। उप्र भेजे गए सभी कार्यकर्ताओं को बीते माह भोपाल बुलाकर उनसे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव चर्चा कर उन्हें केन्द्रीय संगठन की मंशा से अवगत करा चुके हैं। बताया जाता है कि इनमें से अधिकांश ने गुजारात जाने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। माना जा रहा है कि इन्हें किन जगहों पर तैनात किया जाना है इसके लिए योजना बनाई जा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इन कार्यकर्ताओं को तीन माह बाद अगस्त में गुजरात की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में भेज दिया जाएगा।
सीमाई इलाकों में की जाएगी तैनाती
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में जातिगत समीकरण और चुनावी प्रबंधन संभालने के लिए मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भेजे जाना तय हो गया है। इन्हें मप्र की सीमा से लगे वहां के जिलों में तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि यूपी के 15 जिलों में पूर्णकालिक कार्यकर्ता चुनावी मोर्चा संभालने भेजे गए थे। दरअसल प्रदेश के जिले अलीराजपुर की सीमा से लगे गुजरात के दो जिले ऐसे हैं, जोकि सांस्कृतिक और सियासी तौर पर एक दूसरे से प्रभावित होते हैं। यहां का सामाजिक और सांस्कृतिक ताना-बाना एक दूसरे से मेल खाता है। यही वजह है कि करीब डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं को गुजरात भेजने का फैसला पार्टी ने किया है।