
- भाजपा की कोर कमेटी और कार्यसमिति की बैठक में बनी मिशन 2023 की रणनीति
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र भाजपा की कोर कमेटी और कार्यसमिति की बैठक में मिशन 2023 की रणनीति पर विचार विमर्श कर आगे की कार्ययोजना बनाई गई। इन बैठकों में निर्णय लिया गया कि शासन, प्रशासन और संगठन में बदलाव कर भाजपा चुनाव में उतरेगी। इसके लिए आगामी दिनों में भाजपा की चिंतन बैठक अमरकंटक में हो सकती है। पार्टी नवंबर से पहले चिंतन बैठक कर सकती है। इसमें पार्टी आगामी 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय करेगी। पार्टी का फोकस केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाने पर है। इसके लिए प्रयास भी तेज किए जा रहे है। बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव बोले कि सेवा कार्य ही सत्ता दिलाएंगे।
बैठक में नगर निगम में चुनाव हारने, गुटबाजी और पार्टी विरोधी काम करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में पदाधिकारियों ने चुनाव हारने वाली जगहों के जिला अध्यक्षों को हटाने की बात कही। भाजपा 7 नगर निगम हारी है। इसके अलावा नगर पालिका और नगर परिषद में भी कई जगह अध्यक्ष नहीं बनवा पाई। कुछ जगह पर को फीडबैक ठीक नहीं मिला है। वहीं, समन्वय के साथ काम नहीं करने वाले ऐसे 18 जिला अध्यक्षों को हटाने की कार्रवाई कर सकती है। प्रदेश के निगम मंडलों, सरकारी वकीलों, जनभागीदारी समिति और सरकार में सभी खाली राजनीतिक पदों पर नियुक्तियां जल्द होंगीं।
दो-दो मंत्रियों की समिति बनाकर सौंपी जाएगी जिलों की कमान
बैठक में प्रभारी मंत्रियों के जिले में ध्यान नहीं देने का मुद्दा उठा। इसके बाद जिले के प्रभारी मंत्रियों में भाजपा नया प्रयोग करने जा रही है। दो-दो मंत्रियों की समिति बनाकर जिले की कमान सौंपी जाएगी। एक समिति को तीन-तीन जिलों की जिम्मेदारी होगी। बैठक में बोले प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि साल-2023 में सेवा कार्य सत्ता दिलाएगी। जनता की समस्याओं के समाधान पदाधिकारी खोजें। लगातार सेवा कार्य से जुटे रहें। जनता को लगना चाहिए उनका नेता उनके साथ है उनके बीच है। कोर कमेटी की बैठक के बाद संगठन ने 46 नगरीय निकाय में होने वाले चुनाव वाले जिला अध्यक्षों के साथ बैठक की। इसमें संगठन की तरफ से किसी भी हाल में जीतने की बात कही। साथ ही संगठन ने जिला अध्यक्षों को समन्वय के साथ काम करने को कहा है।
भाजपा करेंगी नवाचार: भाजपा अब नवाचार करने जा रही है। कोर बैठक से पहले हुई बैठक में चर्चा हुई कि प्रभार वाले जिलों को लेकर गंभीर नहीं है। इसको लेकर अब पार्टी नवाचार करने का निर्णय लिया है। अब दो मंत्री को तीन जिलों का प्रभार दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक भारतीय जनता पार्टी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएगी। इस दौरान प्रदेश भर में रचनात्मक एवं सेवा कार्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चित्र प्रदर्शनी प्रदेश एवं जिला स्तर लगाई जाएगी। इसेस पहले 7, 8 एवं 9 अक्टूबर को कार्यकर्ताओं का प्रदेशव्यापी प्रशिक्षण होगा। बैठक में बताया गया कि बूथ सशक्तिकरण अभियान का 74 प्रतिशत काम पूर्ण हो गया है। अजजा मोर्चा 17 सितंबर से 26 नवंबर संविधान सेवा कार्य करेगा। सेवा बस्तियों और अनुसूचित जाति के छात्रावासों में संपर्क अभियान चलाएगा। 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर प्रत्येक बूथ पर पुष्पांजलि के कार्यक्रम होंगे।
ब्यूरोक्रेसी के कामकाज पर चर्चा
भाजपा कोर कमेटी की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ब्यूरोक्रेसी के कामकाज और खराब रवैए का मुद्दा उठाया। जवाब में सीएम शिवराज सिंह ने कहा, अफसर अच्छा काम भी करते हैं। इस विषय को देखेंगे। प्रशासनिक फेरबदल करेंगे। सीएम ने कहा, नेता भी बयानबाजी से बचें और कोई दिक्कत है तो मुझे, पार्टी अध्यक्ष या संगठन महामंत्री को बताएं। करीब दो घंटे चली बैठक में संगठन के काम पर बात हुई। बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, ओमप्रकाश धुर्वे, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, लालसिंह आर्य, सांसद राकेश सिंह, मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कविता पाटीदार मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बैठक में शामिल नहीं हुए। कोर कमेटी के पहले राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुरलीधर राव के बीच एकांत में लगभग आधा घंटा चर्चा हुई। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आते ही संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ बंद कमरे में अलग से 35 मिनट चर्चा की। सूत्रों के अनुसार बैठकों में ब्यूरोक्रेसी को लेकर बात हुई। सिंधिया ने निर्दलीयों को पार्टी में वापस लेने और चुनाव लड़ने वाले बागियों पर कार्रवाई नहीं होने पर बात की है। भाजपा संगठन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया है।
निगम मंडलों में जल्द होंगी नियुक्तियां
कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राजनीतिक नियुक्तियां जल्द से जल्द की जाए। अब जल्द ही खाली पड़े निगम मंडलों, विकास प्राधिकरणों और बोर्डों में नेताओं की नियुक्तियां की जाएंगी। सूत्रों की मानें तो बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव अब करीब है और प्रदेश के कई निगम मंडल और प्राधिकरणों में पद खाली पड़े हैं। सर्वसम्मति से तय किया गया कि सीएम संगठन नेताओं से चर्चा के बाद इन पदों। पर नेताओं की तैनाती करेंगे। बताया जाता है कि सीएम ने राजनीतिक नियुक्तियों के साथ जल्द प्रशासनिक फेरबदल किए जाने की भी जानकारी कोर ग्रुप के सदस्यों को दी। गौरतलब है कि प्रदेश के इंदौर को छोड़कर किसी विकास प्राधिकरण में अब तक नियुक्तियां नहीं हुई हैं। इसके साथ ही कई निगम मंडलों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के पद रिक्त हैं।