
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में जारी मतदान के बीच भाजपा के दिग्गज नेता सीएम बनने के सवाल पर पूरी तरह से कन्नी काट रहे हैं। दरअसल शिवराज सिंह चौहान 2005 से राज्य के मुखिया हैं। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि बीजेपी ने इस बार पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा है। इसके अलावा बीजेपी ने कई बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में उतारकर मुख्यमंत्री पद की रेस को दिलचस्प बना दिया है। इनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जैसे नाम शामिल हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही राज्य में अपनी -अपनी जीत का दावा कर रही हैं। अगर बीजेपी एमपी में जीतती है, तो सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि आखिर इस बार मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या बीजेपी एक बार फिर शिवराज पर भरोसा जताएगी, या किसी नए नाम पर दांव लगाएगी। यही वजह है कि एमपी में बीजेपी के सीएम चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है। शिवराज से जब पूछा गया कि क्या वे इस बार भी मुख्यमंत्री बनेंगे, तो उन्होंने कहा, वे जनता के सेवक और बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। नतीजे आने के बाद पार्टी उन्हें
जो भूमिका मिलेगी, उसे निभाएंगे
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि वे मुख्यमंत्री की रेस में नहीं हैं। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय नेे सीएम बनने को लेकर किए गए सवाल पर कहा था कि वे बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी वे निभाएंगे। उधर, केंद्रीय मंत्री और नरसिंहपुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रहलाद पटेल पहले ही कह चुके हैं कि अटकलबाजी से राजनीति नहीं होती। हमें 3 तारीख तक इंतजार करना होगा। मैं ये मानता हूं कि भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व ये तय करेगा। हमें जो जिम्मेदारियां मिलती हैं, हमें उनको निभाना पड़ता है, मुझे पार्टी ने जब जो जिम्मेदारी दी, मैंने निभाई।