
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। लक्ष्य बनाकर उसे पूरा करना भाजपा की नीति और नीयत है। अपनी इसी रणनीति के तहत भाजपा ने इस साल समर्पण निधि का टारगेट साढ़े सात गुना बढ़ा दिया है। इस टारगेट को कैसे पूरा किया जाएगा इसके लिए प्रदेश संगठन ने सोमवार को संगठन समेत मंत्री, सांसदों की बैठक बुलाई है। गौरतलब है कि भाजपा ने इस साल एकत्र किए जाने वाली समर्पण निधि का टारगेट एक बार फिर बढ़ा दिया है। अब इस टारगेट को 100 से बढ़ाकर 150 करोड़ कर दिया गया है। गौरतलब है कि कैडरबैस भाजपा अपने पार्टी के प्रदेश से लेकर जिलास्तर तक के खर्च समर्पण निधि से निकालती है।
इसे आजीवन सहयोग निधि भी कहा जाता है। इसके लिए कार्यकर्ताओं और समान विचारधारा वाले लोगों से राशि एकत्र की जाती थी। पिछले साल भाजपा ने 20 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया था पर कोरोना काल के चलते यह पूरा नहीं हो पाया था। इस बार भाजपा ने आला नेताओं की बैठक में तय किया था कि समर्पण निधि का टारगेट पांच गुना बढ़ाकर सौ करोड़ किया जाए। पार्टी नेताओं का मानना था कि पार्टी के पास एक बड़ा फंड हो और इसके ब्याज से संगठन का खर्च चले। सूत्रों की माने तो अब पार्टी नेताओं ने फिर इसे बढ़ाकर एक सौ पचास करोड़ करने का निर्णय लिया है।
हर बूथ तक पहुंचने का लक्ष्य
पार्टी का लक्ष्य हर बूथ तक पहुंचने का है। यहां छोटी से छोटी राशि भी एकत्र की जाएगी। इस राशि की एफडी बनाई जाएगी और उसके ब्याज से संगठनात्मक कामों में खर्च होने वाले खर्च की व्यवस्था की जाएगी। अब तक भाजपा सौ से लेकर दो हजार रूपए तक के कूपन जारी करती थी। बड़ी राशि चैक या ड्राफ्ट के जरिए सीधे पार्टी के एकान्उट में जमा करने की व्यवस्था थी। सोमवार को होने वाली बैठक में राशि किस प्रकार ली जाएगी इस पर विचार किया जाएगा। आजीवन सहयोग निधि या समर्पण निधि के लिए भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि 11 फरवरी को प्रदेश समेत जिला कार्यालयों में एक साथ कार्यक्रम करेगी और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि सोमवार को संगठनात्मक कामों की समीक्षा के लिए भाजपा के महामंत्रियों की बैठक बुलाई गई है। इसके बाद समर्पण अभियान को लेकर भी बैठक होगी। इसके लिए भी बूथ विस्तारक की तरह अभियान चलाया जाएगा।