अपना वोट बैंक मजबूत करने में जुटी भाजपा

भाजपा
  • मतदाता सूची में नाम जुड़वाने और हटाने के काम में जुटे पार्टी के पदाधिकारी

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में एक साल बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर भाजपा हर मोर्चे पर तैयारी कर रही है। पार्टी के नेताओं ने जहां मैदानी सक्रियता बढ़ा दी है, वहीं मंत्री, विधायक सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। पार्टी का पूरा फोकस वोट बैंक को मजबूत करने पर है। इसके लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में भी भाजपा पूरा फोकस किए हुए हैं। पार्टी ने मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में बूथवार नेताओं को जिम्मेदारी देकर तैनात किया है। पार्टी का पूरा फोकस इस पर है कि मतदाता सूची में पात्र मतदाताओं का नाम शामिल किया जाए और अपात्र का नाम कटवाया जाए।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है। निर्वाचन आयोग द्वारा नौ नवंबर से फोटो निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम घोषित किया गया है। भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम अनुसार जो कार्रवाईयां की जानी हैं, इसकी जानकारी एवं आयोग के मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रति राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को उपलब्ध कराई गई है। नामावली का प्रारूप प्रकाशन, दावे आपत्तियां, दर्ज करने की अवधि, विशेष कैंप की तिथि, दावे आपत्तियों का निराकरण और निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन की गतिविधियों से अवगत कराया गया।
निकाय चुनाव में उछला था गड़बड़ी का मामला
प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव में मतदाता सूची की गड़बड़ी का मामला बड़ा विषय बना था। भाजपा और कांग्रेस ने जांच कराने की मांग की थी। दरअसल, मतदाता सूची से पात्र मतदाताओं के नाम गायब थे और मतदान केंद्र भी बिना सूचना के परिवर्तित कर दिए गए थे। इसके कारण बड़ी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने से वंचित रह गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कलेक्टरों को जांच करने के निर्देश दिए थे। चुनाव के लिए आयोग भारत निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची को ही आधार बनाता है। अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए भाजपा और कांग्रेस ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य पर नजर रखने के निर्देश जिला इकाइयों को तो दिए पर सभी केंद्रों पर अभिकर्ता नियुक्त नहीं किए। गत दिवस को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने सभी से अभिकर्ता नियुक्त करने का फिर से अनुरोध किया। भाजपा की ओर से चुनाव आयोग संबंधी कार्य को देख रहे पूर्व आईएएस अधिकारी एसएस उप्पल ने बताया कि हमारे अभिकर्ता अधिकतर केंद्रों पर नियुक्त हो चुके हैं। पार्टी स्तर  पर भी साप्ताहिक बैठक करके पुनरीक्षण कार्य की जानकारी ली जाती है। उधर, कांग्रेस के महामंत्री जेपी धनोपिया ने बताया कि प्रदेश स्तर से हमने सभी जिला इकाइयों को अभिकर्ता नियुक्त करने के निर्देश दिए हुए हैं। नियुक्ति संबंधी सूचना जिला निर्वाचन कार्यालय को देने का प्रविधान है। सभी जिलों से रिपोर्ट ली जाएगी। बसपा के प्रदेश पदाधिकारी सीएल गौतम का कहना है कि जिला इकाइयां इस कार्य को देख रहीं हैं। सभी जगह अभिकर्ता नियुक्त किए जाएंगे। प्रदेश भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से भोपाल में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्यक्रम 15 दिन बढ़ाने की मांग की है। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि भोपाल में इज्तिमा होने के कारण कार्य प्रभावित हुआ है। नाम जुड़वाने और हटवाने का अवसर सबको मिलना चाहिए।
मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में भाजपा आगे
निर्वाचन आयोग मतदाता सूची तैयार करने के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चला रहा है। आठ दिसंबर तक नाम जोड़ने , हटाने और संशोधन के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इस काम में सहयोग के लिए राजनीतिक दलों से मतदान केंद्र अभिकर्ता नियुक्त करने का अनुरोध आयोग ने किया था पर भाजपा को छोड़कर किसी भी दल ने इस काम को गंभीरता से नहीं लिया। कांग्रेस ने सभी जिला अध्यक्षों को प्रत्येक मतदान केंद्र पर अभिकर्ता नियुक्त करने के निर्देश दिए थे पर कुछ विधानसभा क्षेत्रों में यह पूरा नहीं हुआ। बसपा की जिला इकाइयों में कुछ ने ही इस दिशा में काम किया। उधर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने फिर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा है कि वे मतदान केंद्र अभिकर्ता नियुक्त करें, ताकि वे पुनरीक्षण कार्य में सहभागी बन सकें।
साढ़े 8 लाख आवेदन आए
प्रदेश में चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में नाम जुड़वाने के लिए अब तक साढ़े आठ लाख आवेदन निर्वाचन आयोग को मिले हैं। इसके अलावा मतदाता सूची में पूर्व से सम्मिलित दो लाख 42 हजार मतदाताओं के नाम पर आपत्ति की गई है। वहीं, दो लाख 55 हजार आवेदन नाम में संशोधन या सूची में दूसरे स्थान पर नाम जुड़वाने के प्राप्त हुए हैं। यह जानकारी मंगलवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में दी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में अब तक हुए पुनरीक्षण कार्य की जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि जो भी आवेदन अब तक प्राप्त हुए हैं, वे कार्यालय की वेबसाइट पर भी देखे जा सकते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि प्रारूप सूची में यदि किसी नाम पर आपत्ति है या फिर कुछ सुधार चाहते हैं तो बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के संज्ञान में लाएं। उन्होंने 18 और 19 साल की आयु के नए मतदाताओं के नाम सूची में जुड़वाने में सहयोग करने का आग्रह किया।
विधानसभा के मतदान केंद्रों का किया अनुमोदन
पुनरीक्षण के अंतर्गत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार जिले की विधानसभा से प्राप्त मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के प्रस्ताव अनुमोदन के लिए भेजे गए थे। जिनका अनुमोदन प्राप्त हो गया है। अनुमोदन के अनुसार बैरसिया विधानसभा में मतदान केंद्रों की संख्या 267, भोपाल-उत्तर में 246, नरेला में 328, दक्षिण-पश्चिम में 237, मध्य में 245, गोविंदपुरा में 361, हुजूर में 338 हैं। इस तरह जिले में कुल 2022 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। मतदाताओं की सुविधा के लिए नामावली में नाम शामिल करने, आपत्ति दर्ज कराने, हटाए जाने, पात दर्ज कराने समेत अन्य सुधार और संशोधन के लिए बीएलओ के अतिरिक्त मतदाता स्वयं के लिए वोटर हेल्पलाइन एंड नेशनल मतदाता सर्विस पोर्टल से आनलाइन सुविधा दी गई है। इन सुविधाओं का लाभ उठाकर नए मतदाता अपना नाम सूची में जुड़वा सकते हैं। इतना ही नहीं, लोग अपने रंगीन परिचय पत्र के साथ ही अन्य संशोधन भी करा सकते हैं।

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