भिया मामा फिर…फुल फारम में हैं

शिवराज सिंह चौहान
  • पहले प्रतिद्वंदियों और मीडिया के मुगालते दूर करने के बाद

    भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने चौथे कार्यकाल में पूरी तरह से बदले हुए नजर आ रहे हैं। वे अपने कामों से न केवल जनता को बल्कि पार्टी नेताओं से लेकर अफसरशाही तक को चौंका रहे हैं। इसे इससे ही समझा जा सकता है कि पहले प्रतिद्वंदियों के और फिर  मीडिया के मुगालते दूर करने के बाद अब वे नौकरशाही को लेकर भी फुलफार्म में बने हुए हैं। बीते रोज हुई कलेक्टर -कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में वे जिस तरह से सख्त दिखे उससे सभी चौंक गए हैं। वे इस दौरान मिलावटखोरों, दबंग माफियाओं, महिला अपराधों के मामले में सख्त कार्रवाई न होने से इतने नाराज हुए कि उनके द्वारा यहां तक कह दिया गया कि वे अब लापरवाह अफसरों को बर्खास्त करेंगे।  खास बात यह है कि इस दौरान वे अफसर भी निशाने पर आने से नहीं बच सके, जिन्हें सरकार का बेहद करीबी माना जाता है।
    प्रसंग -1
    दो दिन पहले जिस तरह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने चुटीले अंदाज में अपने विरोधियों व प्रतिद्वंदियों पर जमकर हमला करते हुए उन्हें चारों खाने चित्त कर दिया। उसकी राजनैतिक हल्कों में बेहद चर्चा बनी हुई है। खास बात यह है कि इसके लिए उनके द्वारा संगठन के मंच को चुना गया। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के समापन अवसर पर दिए भाषण में उन्होंने हंसी ठहाकों के बीच कहा कि कुछ नेता खबर फैला देते हैं और मीडिया बाले भी चला देते हैं कि ऐसा होने वाला है वैसा होने वाला हैं। दो ढाई महीने में बहुत कुछ बदल जाएगा। अब समझने वाले समझ गए होंगे। यह वो मंच था जिसमें सरकार से लेकर लेकर संगठन के वे सभी लोग शामिल थे, जिन्हें पार्टी व सरकार में चौहान का विरोधी माना जाता है और कुछ नेता तो ऐसे भी हैं जो खुद को सूबे के मुखिया के रूप में देखने की प्रबल इच्छा रखे हुए हैं।
    प्रसंग-2
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में मीडिया के भी मुगालते दूर कर दिए। उनके द्वारा अपने उद्बोधन में यहां तक कह दिया गया कि यह युग व्यवसायिक पत्रकारिता का युग है सचमुच में बड़ा कठिन युग है यह। औद्योगिक घराने या तो टीवी के चैनल चला रहे हैं या फिर अखबार निकाल रहे हैं। शराब के ठेकेदार से लेकर रेत बेचने वाले तक अखबार निकाल रहे हैं। उन्होंने इस दौरान क्षमा मांगते हुए कहा कि व्यवसाय में संरक्षण चाहिए तो अखबार निकाल लेते हैं। ऐसे में टिके रहना बहुत कठिन काम है। लोग दूसरा काम कर रहे हैं और चैनल या फिर अखबार निकाल रहे हैं। उन्हें पता है कि वे ऐसा करेंगे तो उनके काम अपने आप हो जाएंगे।
    प्रसंग -3
     मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अपराधों में हो रही वृद्धि पर खासी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अवैध रेत खनन को लेकर उनके पास बहुत शिकायतें आ रही हैं। अफसरों ने प्रेजेंटेशन के जरिए निवाड़ी और टीकमगढ़ में कार्रवाई बताने का प्रयास किया, लेकिन सीएम ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें शहडोल, दतिया, छतरपुर, का उल्लेख ही नहीं है, जबकि सबसे ज्यादा शिकायतें यहीं से मिल रही हैं। उनका कहना था कि जिन जिलों में रेत ही नहीं है, वहां कार्रवाई की जा रही है।
    इसी तरह से अपराधों पर नियंत्रण में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और सागर को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। उनके द्वारा भोपाल और इंदौर जैसे शहरों के भी पीछे रहने पर कहा कि ऐसे कैसे काम चलेगा। इस दौरान डीआईजी भोपाल ने फिगर में गड़बड़ी बताई, तो डीजीपी ने इस पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान जैसे ही सीएम को यह पता चला कि प्रदेश में नकली खाद बीज बेचने के मामले में एनएसए की कार्रवाई के 15 मामले लंबित हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रकरण इंदौर के हैं। इस पर सीएम ने डीआईजी इंदौर से नाम पूछें, लेकिन वे इसका उत्तर नहीं दे सके। इस पर नाराज होते हुए सीएम ने कहा कि एनएसए जैसे गंभीर मामलों में आप क्या कार्रवाई करते हैं। इसमें देरी क्यों होती है। कलेक्टर व डीआईजी मिलकर इन मामलों को देखें। मुख्यमंत्री ने पूछा कि स्मार्ट पुलिसिंग में मप्र 23वें स्थान पर क्यों है? इसका क्या कारण है, हम सुधार क्यों नहीं कर पा रहे हैं? डीजीपी विवेक जौहरी ने कहा कि कई राज्यों में सायबर सेल, कंप्यूटरीकरण काफी पहले हो गया था, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई तर्क नहीं है। स्मार्ट पुलिसिंग की व्यवस्था को बेहतर और प्रभावी बनाएं।
    यह जिले रहे निशाने पर मिली फटकार
    कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने बेहतर काम करने वाले जिलों के अधिकारियों की तारीफ की। वहीं दूसरी तरफ सामान्य प्रदर्शन वाले जिलों के अधिकारियों को फटकार लगायी। सीएम ने सामान्य प्रदर्शन करने वाले विदिशा, धार, मुरैना जिलों के एसपी से जताई नाराजगी जताई। जबकि मंडला, रायसेन, नरसिंहपुर, दतिया, भिंड, शहडोल, उमरिया, छतरपुर, बड़वानी को बेहतर काम करने पर बधाई दी।
    कलेक्टर्स को चेतावनी
    कलेक्टर – कमिश्नर कॉन्फ्रेंस 5 घंटे से ज्यादा वक्त तक जारी रही। इसमें सीएम शिवराज सिंह ने लापरवाह कलेक्टर्स से नाराजगी जताई। छतरपुर और दतिया कलेक्टर से अविवादित नामांतरण के कमजोर निपटारे और केस पेंडिंग होने पर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा आप अविवादित प्रकरण का निपटारा नहीं कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा – मैं सभी कलेक्टर्स को चेता रहा हूं- अविवादित नामांतरण के केस लंबित नहीं रहना चाहिए। एक्ट के हिसाब से यह तो एक महीने में हो जाना चाहिए, फिर क्यों लंबित हैं?
    महिला अपराधों पर दी चेतावनी
    मुख्यमंत्री ने प्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी देते हुए कहा कि इन अपराधों का विश्लेषण कर प्रभावी कार्यवाही करें। असली हीरो का सम्मान करने का कार्य प्रदेश में महिला सुरक्षा, उनके विरुद्ध अपराधों को रोकने और जन-जागरूकता लाने के लिए प्रारंभ किया गया है। इसे जारी रखा जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कमजोर वर्गों पर अत्याचार और अपराधों पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों के हॉटस्पाट चिन्हित कर अपराधियों पर कार्यवाही करें।
    नशा कारोबार पर भी दिखाए तीखे तेवर
    चौहान ने कहा कि नौजवान पीढ़ी को अपराध से बचाने के लिए प्राथमिकता से कार्यवाही करें। अपराधियों को नेस्तनाबूत करने के तेजी से प्रयास करें। उन्होंने नशामुक्ति अभियान की कार्य-योजना बनाकर लागू करने के निर्देश दिए। इसके लिए समाज-सेवियों, जन- प्रतिनिधियों को जोड़कर प्रभावी एवं व्यापक अभियान चलायें। नशे के कारोबार में सहयोग करने वालों को नौकरी से बर्खास्त करने की कार्यवाही करें। इसी तरह से मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त दलों के माध्यम से खनन माफिया पर प्रभावी कार्यवाही करें। अवैध रेत परिवहन एवं उत्खनन के प्रकरणों में कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। किसी भी कीमत पर माफिया को नहीं छोड़ा जाए। अवैध शराब के आदतन माफिया पर कड़ी कार्यवाही करें। चिटफंड कंपनियों, मिलावट, नकली खाद्यान्न और नकली दुग्ध उत्पादों के दोषियों पर सख्ती से कार्यवाही करें। मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्त कार्यवाही करें।

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