
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र की शिवराज सरकार प्रदेश के बुजुर्गों को एक बार फिर से तीर्थ यात्रा कराएगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। गौरतलब है कि कोरोना के कारण बंद पड़ी योजना इस साल अप्रैल से शुरू की गई। सरकार फिलहाल ट्रेनों से यात्रा करा रही है। अब हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कराएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस विभिन्न विभागों की गतिविधियों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम ने धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि हवाई जहाज से भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ देने के लिए कार्य योजना तैयार करें। तीर्थदर्शन योजना में लाभार्थियों का चयन ब्लॉकवार करें। मंदिर आंगनवाड़ी भी गोद ले सकते हैं।
गौरतलब है कि इस साल पचमढ़ी में शिवराज मंत्रिमंडल की दो दिवसीय बैठक में सरकार ने फिर से तीर्थ दर्शन यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया था। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया था कि कुछ तीर्थ स्थानों पर यात्रियों को हवाई जहाज की भी सुविधा दी जाएगी। इसकी कार्ययोजना बनाने का निर्णय हाल ही में सरकार ने लिया है।
फरवरी तक 140 रेलगाड़ियों से कराई जाएगी यात्रा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में बुजुर्गों को फिर से तीर्थ यात्रा पर भेजने की तैयारी में है। 15 सितंबर के बाद जैसे ही बारिश खुलेगी, उसके बाद रेलगाड़ियों प्रदेश के यात्रियों को लेकर तीर्थ स्थलों के लिए रवाना हो जाएंगी। धार्मिक न्यास विभाग ने तय किया है कि 15 सितंबर से लेकर अगले साल फरवरी महीने तक मध्यप्रदेश के बुजुर्गों को 140 से अधिक रेलगाड़िय़ां तीर्थ स्थलों की यात्रा कराएगी। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश के सभी बुजुर्ग नागरिकों को तीर्थ यात्रा करने का अवसर मिले। इसके लिए सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया जा चुका है कि तीर्थ यात्रा की तैयारी शुरू कर दें। पात्रता में आने वाले बुजुर्गों को यात्रा पर भेजा जाए। उन्होंने बताया कि तीर्थ यात्रा को लेकर कुछ बदलाव भी किए जाने हैं। जिसमें अभी यह प्रावधान है कि रेलगाड़ी से यात्री यात्रा पर जाएंगे। वहां से उन्हें सड़क मार्ग से अलग एजेंसी यात्रा कराएगी। रहने खाने का प्रबंध दूसरी एजेंसी देखती है। जबकि पहले यह प्रावधान था कि आईआरसीटीसी के माध्यम से पूरा अरेंजमेंट किया जाता था। सरकार की कोशिश है कि तीर्थ यात्रा का पूरा काम एक ही एजेंसी को दिया जाए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में सबसे पहले तीर्थ दर्शन योजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए प्रदेश के लाखों बुजुर्ग यात्रियों ने अलग-अलग तीर्थ स्थलों की यात्रा की हैं। तीर्थ दर्शन योजना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि श्रवण कुमार की बन गई है।
हवाई तीर्थ यात्रा का तैयार हो रहा रोडमैप
शिवराज सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में बुजुर्ग नागरिकों को हवाई तीर्थ यात्रा से भी यात्रा कराने का अवसर दिया जाएगा। इसको लेकर रोड मैप तैयार किया जा रहा है। संभवत: सितंबर से मध्य प्रदेश के चुनिंदा यात्रियों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करने का अवसर मिल सकता है।
मकर संक्रांति पर मनेगा आनंद उत्सव
आनंद विभाग की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश में आनंद उत्सव मनाने की व्यापक स्तर पर तैयारियां की जाएं। आगामी मकर संक्रांति पर आनंद उत्सव हों। आनंदम केन्द्र देश में चर्चा के केन्द्र बनेंं, जिससे अन्य राज्य भी प्रेरणा लेकर आनंदम गतिविधियों से जुड़ सकें। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अधिकाधिक आनंदक तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 172 आनदंम केंद्र में तिथि निर्धारित कर कार्यक्रम किए जाएं। वर्तमान में 66 हजार आनंदक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रचार-प्रसार द्वारा ज्यादा से ज्यादा आनंदकों को विभाग से जोड़ने के प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान चला कर प्रदेश के सभी 52 जिलों में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएँ। अभी 13 जिलों में मास्टर ट्रेनर तैयार किये जाना शेष हैं। उन्होंने कहा कि आनंदम केन्द्रों को मॉडल बनाया जाये और इन्हें कव्हर्ड केंपस में स्थानांतरित किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी आनंदम केन्द्रों पर जाऊंगा और इन केन्द्रों से जुड़ने के लिए नागरिकों को प्रेरित करूंगा। आगामी 14 से 28 जनवरी को होने वाले आनंद उत्सव की बेहतर तैयारी की जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में दो एवं कम से कम 100 विकासखण्ड में मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पहले बेस लाइन हैप्पीनेस इण्डेक्स का सर्वेक्षण कराने की तैयारी भी की जाएं।