
– सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहरों में प्रदूषण कम करने बनेगा ऐक्शन प्लान
– भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में दमघोंटू हवा में सांस ले रहे लोग
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र की राजधानी भोपाल सहित इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में लोग दमघोंटू हवा में सांस ले रहे हैं। इससे कई प्रकार की बीमारियां हो रही है। ऐसे में प्रदेश के सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहरों की हवा की सेहत को सुधारने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इस एक्शन प्लान पर 300 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। ऐक्शन प्लान के अनुसार संभागायुक्त की अध्यक्षता वाली कमेटी हर पंद्रह दिन में मॉनीटरिंग करेगी। नॉन एटेनमेंट श्रेणी में शामिल भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर और देवास में वायु प्रदूषण कम करने के लिए 12 से विभाग मिलकर काम करेंगे। इन शहरों को संसाधन जुटाने के लिए अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
विभाग करेंगे कार्ययोजना को साकार
वायु प्रदूषण के लिए करीब एक दर्जन कारकों को जिम्मेदार माना गया है। इनमें पराली जलाना, अनाज की श्रेसिंग, खराब सड़कें, पुराने वाहनों से कार्बन उत्सर्जन, सड़कों पर झाड़ू लगाना, निर्माण कार्य सहित अन्य शामिल हैं। इन कारकों में से वायु प्रदूषण को किस तरह से कम करना है, इसके लिए विभाग कार्ययोजना तैयार करेगा। इसके साथ ही यह लागू करने के लिए भी एजेंसियों को मजबूर करेगा। नगर निगमों को मशीन से झाडू लगाने, पानी के फुहारे मारने के बाद सडकों में झाडू लगाने के लिए कहा गया है। वहीं लोक निर्माण विभाग अथावा अन्य सडक निर्माण करने वाली एजेंसी को उखड़ी और खराब सडकों में डामर और सीमेट के घोल डालने के लिए कहा गया है। वहीं परिवहन विभाग में वाहनों में प्रदूषण के मानकों की जाच करने और पुराने वाहनों को सडकों से बाहर करने की कार्रवाई निरंतर की जा रही है। इन विभागों को अपनी कार्ययोजना और किए गए कार्योंं की रिपोर्ट कमिश्नर को देना होगा।
चार शहरों में मिले 300 करोड़
केन्द्र सरकार ने प्रदेश के चार महानगरों, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर को वायु प्रदूषण काम करने के लिए 300 करोड़ रूपए दिए हैं। इन शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए तकीनीकी एजेंसी मप्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को बनाया है। ये शहर अपने काम काज के दौरान वायु प्रदूषण को कम