वीडी, राव के बाद अब चौहान भी उपचुनावी मोर्चा बंदी में उतरे

शिवराज सिंह चौहान
  • अब मैदानी हकीकत कर रहे पता तो जनता को भी दे रहे सौगातें

    भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम।  मध्यप्रदेश में भाजपा व कांग्रेस के बीच उपचुनाव को लेकर की जा रही मोर्चा बंदी में अब खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैदानी स्तर पर उतर गए हैं।
    इसके पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और उसके बाद प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव भी मैदानी हकीकत पता करने के लिए निकल चुके हैं। दरअसल प्रदेश में चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें खंडवा लोकसभा सहित रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा की सीट शामिल है। दरअसल यह पूरी कवायद उपचुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा को अपने उम्मीदवारों को लेकर करनी पड़ रही है। यही वजह है कि अब भी भाजपा में उम्मीदवारों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भाजपा में यह स्थिति तब है जबकि कांग्रेस लगभग चारों सीटों के लिए अपने नाम तय कर चुकी है।
    माना जा रहा है कि कांग्रेस उपचुनाव की तरीकों के ऐलान का इंतजार करते ही तय नामों की घोषणा कर देगी। खास बात यह है कि कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों को बता भी दिया गया है, जिसकी वजह से वे भोपाल की जगह अपने इलाकों में ही जमे हुए और लगातार मैदानी सक्रियता बनाए हुए हैं। दरअसल भाजपा को सरकार में होने के बाद भी अपने ही मजबूत गढ़ दमोह में संगठन द्वारा पूरी ताकत लगाने के बाद भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। इसकी वजह से इस बार भाजपा का कोई भी बड़ा नेता कोई भी खतरा उठाने को तैयार नही है। यही वजह है कि इन उपचुनावों के लिए अभी से सत्ता व संगठन ने मैदानी जमावट के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह पहला मौका है जब प्रदेश भाजपा प्रभारी पी मुरलीधर राव स्वयं रैगांव-पृथ्वीपुर सहित अन्य क्षेत्रों का फीडबैक लेने निकले हैं। खास बात यह है कि अब एक साथ दो नेता अलग-अलग इलाके में प्रवास कर रहे हैं।
    इनमें राव के अलावा मुख्यमंत्री शामिल हैं। राव जहां कल रैगांव थे जो आज मुख्यमंत्री खंडवा मे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री इन उपचुनाव वाले इलाकों में एक बार जनदर्शन के बहाने जनता की नब्ज टटोलकर उन्हें कई सौगातें देने की भी घोषणा कर चुके हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक बार फिर इन क्षेत्रों में जाने का कार्यक्रम बनाया है।  प्रदेश प्रभारी जबलपुर कार्यक्रम के बाद शाह के साथ ही दिल्ली जाने के दूसरे ही दिन बीते रोज वापस आकर सतना जिले की रैगांव सीट के लिए रवाना हो गए थे। यहां पर अब फिर से 25 सितंबर को मुख्यमंत्री के जाने का कार्यक्रम है। इस सीट से दिवंगत विधायक जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज के अलावा उनके भाई देवराज सहित वीरेंद्र सिंह वीरू, जया बागरी और काशी बागरी भी दावेदारी कर रहे हैं।
    पृथ्वीपुर में बेहद मुश्किल
    पृथ्वीपुर सीट भाजपा के लिए मुश्किल सीट है। यहां पर संगठन की मनमानी की वजह से संगठन बेहद कमजोर हो चुका है। पार्टी की इस सीट पर हालत इससे ही समझी जा सकती है कि उसका प्रत्याशी आम चुनाव में चौथे स्थान पर रहकर जमानत तक नहीं बचा सका था। इस सीट पर भाजपा ने जिलाध्यक्ष अभय प्रताप को प्रत्याशी बनाया था। इस हालात के बाद भी उन्हें अब प्रदेश कार्यसमिति में शामिल कर उपकृत कर दिया गया है। इस सीट पर कांग्रेस दिवंगत विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र को मैदान में उतारना तय कर चुकी है। इसी तरह से जोबट सीट पर पराजित भाजपा प्रत्याशी माधो सिंह डाबर सहित भदुपचाया और नागर सिंह दावेदारी कर रहे हैं।
    खंडवा में भी है मुश्किल
    खंडवा में भाजपा के सामने एक मजबूत प्रत्याशी की तलाश है। इस सीट पर जहां सीएम व केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर स्व. चौहान के पुत्र हर्षवर्धन के पक्ष में हैं तो वहीं संगठन इस नाम पर सहमत नहीं है। इस सीट पर पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, दीपक जोशी, इंदौर के पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, ज्ञानेश्वर पाटिल और राजेश डोंगरे भी दावेदारी कर रहे हैं। 

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