
- इस साल सेवानिवृत्त होंगे तीन अफसर
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। हाल ही में हुई आईपीएस अफसरों की पदोन्नति के लिए डीपीसी की वजह से अब सालों के बाद प्रदेश में पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अफसरों की संख्या दो दर्जन से अधिक हो जाएगी। इस स्तर के अफसरों की संख्या में वृद्धि होने की वजह से सूबे में चल रही इस स्तर के अफसरों की कमी दूर हो जाएगी, जिससे कैडर के अंदर पैदा हुआ गैप भी भर जाएगा। दरअसल पदोन्नति बैठक होने की वजह से अगले माह प्रदेश के 13 आईपीएस अफसर आईजी बन जाएंगे।
इन अफसरों की पदोन्नति होने से प्रदेश में इस रैंक के अफसरों की संख्या दो दर्जन से अधिक हो जाएगी। गौरतलब है कि इसके पहले 2016 तक प्रदेश में लगभग इतने ही आईजी स्तर के अफसर हुआ करते थे। इसके बाद धीरे-धीरे इन पदों पर अफसरों की संख्या कम होती गई। जिसकी वजह से अब प्रदेश में 15 आईजी स्तर के ही अफसर रह गए थे। अगले माह 2006 बैच के आईपीएस अफसर डीआईजी से पदोन्नत होकर आईजी बन जाएंगे। इन पदोन्नत होने वाले अफसरों की संख्या 13 होगी। प्रदेश में अभी 15 अफसर आईजी के पद पर पदस्थ है। इनमें से दो अफसर इनके साथ ही एडीजी के पद पर पदोन्नत हो जाएंगे, जिससे उनकी संख्या कम होकर 13 रह जाएगी। यह अफसर वर्ष 2000 से 2005 बैच के हैं।
ऐसे में प्रदेश में लंबे अरसे बाद इस पद पर 26 अफसर पदस्थ होंगे। आईजी के पद पर 26 अफसरों की संख्या, हालांकि महज एक माह ही रह सकेगी। इसकी वजह है, इंदौर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनीष कपुरिया 31 जनवरी को रिटायर हो जाएंगे। इसकेे बाद जून 2024 में आरएस परिहार और इसी साल के अक्टूबर में राजेश हिंगणकर भी रिटायर हो जाएंगे। जिसकी वजह से इन अफसरों की संख्या नवम्बर में कम होकर 23 रह जाएगी। हालांकि इसके बाद भी इतनी संख्या में आईजी के पद प्रदेश पुलिस में अरसे बाद पदस्थ रहेंगे।
देना पड़ा था एडीजी को रेंज का जिम्मा
प्रदेश में जब आईजी रेक के अफसरों की संख्या कम होना शुरू हुई तो, उनकी जगह का काम एडीजी रेंक के अफसरों से करवाने का काम शुरू हुआ। इसके चलते एडीजी रैंक के अफसरों को रेंज में पदस्थ किया गया। हालात यह बने ही भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर का पद कैडर में आईजी रैंक को मिला, लेकिन यहां भी एडीजी रेंक के अफसर ही पदस्थ हुए। भोपाल के पहले पुलिस कमिश्नर एडीजी मकरंद देउस्कर बने थे। अब देउस्कर इंदौर पुलिस कमिश्वर है। आईजी के पद पर अफसरों की कमी होने के चलते एडीजी के पद पर अफसरों की संख्या बढ़ गई थी। प्रदेश में अभी वर्ष 1990 से वर्ष 1999 तक के 34 अफसर एडीजी के पद पर पदस्थ हैं। हालांकि इसमें से अब वर्ष 1999 बैच के दो अफसर एडीजी हो जाएंगे। प्रदेश में एडीजी रेंक के अफसरों की संख्या 33 है।
अस्थाई तौर पर डीजी के बढ़े थे दो पद
एडीजी रेंक पर अफसरों की संख्या ज्यादा होने के चलते डीजी के दो पद अस्थाई तौर से राज्य शासन को बढ़ाने पड़े थे। प्रदेश में तत्कालीन डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला थे, उस वक्त दो साल के लिए डीजी के दो अस्थाई पद बढ़ाए गए थे। बाद में फिर से दो पद बढ़ाए गए। प्रदेश में डीजी के पांच पद कॉडर के हैं, जबकि पांच पद एक्स कॉडर के है। इनके अलावा दो अस्थाई पद हैं। इस तरह से प्रदेश में डीजी रैंक के 12 अफसर पदस्थ है।