
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। सूबे के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा प्रदेश सरकार के प्रवक्ता होने की वजह से वैसे तो हर दिन सरकार का पक्ष रखने के लिए मीडिया पर नुमाया होते रहते हैं। उनकी टीम भी सोशल मीडिया पर उनकी बाईट से लेकर फोटो तक सभी को शेयर करती है, लेकिन अगर घटना अप्रत्याशित हो तो उसका चर्चा में आना स्वाभाविक है। ऐसा ही कुछ घटनाक्रम हुआ है कल। जिसको लेकर नरोत्तम मिश्रा बीते रोज से अभी तक लगातार तमाम प्रचार -प्रसार वाले प्लेटफार्मों पर सुर्खियों में बने हुए हैं। दरअसल दो दिन पहले मंगलवार को जब प्रदेश में लगातार कई दिनों से जारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति बनी तो उनके विधानसभा का जिला दतिया भी इसकी चपेट में आने से अछूता नहीं रहा।
दतिया जिले के तमाम गांव इसकी चपेट में आकर न केवल टापू बन गए , बल्कि कुछ गांव तो बाकायदा डूब ही गए। यह पता लगते ही वे तबादलों के मौसम में राजधानी छोड़कर अपनी जनता जनार्दन की मदद के लिए दतिया कूच कर गए। सुबह हुई तो मददगारों को लेकर वे नाव में सवार होकर डूब और बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए खुद ही निकल पड़े। वे जब एक इलाके के उस कोटर गांव में पहुंचे जहां रहवासी इलाके में कई फुट पानी भर जाने की वजह से लोग अपने-अपने घरों की छत पर फंसे हुए थे।
जब वे लोगों को ढांढस बंधाकर उन्हें सुरक्षित निकाल लिए जाने का वादा कर रहे थे तभी अचानक उनकी नाव पहले तो एक जगह रास्ते में बिजली के तारों में उलझी फिर पानी में बहने वाले कांटों के झाड़ों की चपेट में आकर पंचर हो गई। इस बीच एक पेड़ भी रास्ते में गिर गया, जिसकी वजह से नाव को आगे ले जाना संभव नहीं था। ऐसे में वे अपने एक गनमैन के साथ पानी में उतर गए। इस बीच वे उस घर तक पहुंचने में सफल रहे, जहां पर नौ लोग फंसे हुए थे। इस बीच वहां आसपास पानी का भराव कई फुट तक हो चुका था। वे वहां तब तक रुके रहे जब तक बचाव दल हैलीकाफ्टर लेकर नहीं आ गया। मिश्रा ने अपनी मौजूदगी में पहले फंसे हुए लोगों को एयर लिफ्ट कराया और फिर दूसरे चक्कर में खुद हेलीकॉप्टर से एयर लिफ्ट होकर सुरक्षित बाहर निकले। उनका इसको लेकर वीडियो और फोटो सामने आया तो उनके कुछ समर्थकों ने इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। फिर क्या था कुछ ही देर में इसकी खबर वीडियो व फोटो के साथ इतनी तेजी से वायरल होना शुरू हो गई, कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और वाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनसे संबंधित यह खबरें ही ट्रेंड होना शुरू हो गई। इस मामले में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया भी पीछे नहीं रहे। वे कुछ ही देर बात जहां देश के लगभग सभी बड़े चैनलों पर भी दिखना शुरू हो गए। इनमें आजतक, एबीपी से लेकर जी टीवी तक में उनका एयरलिफ्ट होता वीडियो चलाया जाने लगा। इसके अलावा वे बीती शाम और आज सुबह प्रकाशित होने चाले सभी प्रमुख समाचार पत्रों पर भी एयर लिफ्ट होती तस्वीर और समाचार के साथ पहले पेज पर बाढ़ की खबरों के साथ नुमाया किए गए हैं। यह बात अलग है कि प्रदेश सरकार के प्रवक्ता होने के नाते वे हर रोज मीडिया से रुबरु होकर प्रमुख घटनाओं को लेकर सरकार का पक्ष रखते रहते हैं और मीडिया में भी आते रहते हैं। दरअसल मिश्रा प्रदेश के उन वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं, जिनकी अपनी विशेष कार्यशैली है , जिसकी वजह से उनकी अपनी पहचान होती है। वे प्रदेश भाजपा के ब्राह्मण नेता के रूप में तेजी से उभरे हैं, उनकी खासियत यह है कि अगर उनका कोई करीबी किसी भी तरह के संकट में फंसा हुआ है तो वे उसके लिए कुछ भी कर जाते हैं। वैसे तो भाजपा की नीति व रीति में रचे बसे हैं, लेकिन उनकी जो कार्यशैली अपने दल के नेताओं से उन्हें अलग बनाती है वह उनकी काम करने की कांग्रेसी शैली।
पहले भी रह चुके हैं देश स्तर पर चर्चित
मिश्रा प्रदेश के उन गिने चुने नेताओं में शामिल हैं जो पहले भी कई बार देशभर में चर्चा में रह चुके हैं। इसके पीछे उनकी रणनीतिक राजनैतिक कार्यशैली भी है। वे प्रदेश में करीब डेढ़ साल पहले चलाए गए आपरेशन लोटस के प्रमुख सूत्रधार माने जाते हैं। इस आपरेशन के केन्द्र बिन्दु़ में वे बने हुए थे। उनके इस आपरेशन की वजह से प्रदेश की सत्ता में डेढ़ दशक बाद लौटी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को न केवल असमय ही अल्प समय में सत्ता से बेदखल होना पड़ा , बल्कि भाजपा की चौथी बार सत्ता में भी वापसी हो सकी थी। यही नहीं उनकी दूसरी पहचान सरकार के संकट मोचक नेता के रुप में भी है। इसकी वजह है जब भी कुछ बड़ा संकट खड़ा हुआ उससे सरकार को बाहर निकालने में वे हमेशा सफल रहे हैं।
ब्राह्मण पत्रकारों ने दिखाया उत्साह
सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर छाए रहने की दूसरी वजह है वे पत्रकार जो उनके ब्राह्मण समाज से आते हैं। इनमें प्रवीण दुबे, अनुराग उपाध्याय, नवीन पुरोहित, बृजेश द्विवेदी, गौरव शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा से लेकर राकेश अग्निहोत्री तक ने उनकी खबर , फोटो और वीडियो न केवल डाले हैं बल्कि उन्हें शेयर भी किया है। यह सभी वे पत्रकार हैं जो राजधानी में तो रहते ही हैं, साथ ही जिन्हें उनका करीबी भी माना जाता है। इसी तरह से ग्वालियर चंबल अंचल के भी तमाम ब्राह्मण पत्रकारों ने भी इस मामले में जमकर उत्साह दिखाया है।
कांग्रेस ने कटाक्ष के साथ की प्रशंसा
खास बात यह है कि कल मिश्रा के साथ हुए घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने उनकी प्रशंसा तो की है लेकिन, इस मामले में कटाक्ष भी किया है। प्रवक्ता नरेंद्र सूलजा ने अपने पहले ट्वीट में जहां मिश्रा की तारीफ करते हुए लिखा है कि यदि गलतियों पर कोसना विपक्ष का धर्म है , अच्छी बात की तारीफ भी होना चाहिए। उन्होंने इसमें उनके जज्बा और साहस को सलाम करने के साथ ही लिखा है कि अभी तक शिवराज जी से सुना था कि नरोत्तम मिश्रा जी खूब हवा में उड़ते हैं अब तो उन्हें उड़ता हुआ भी देख लिया है। इसके बाद दूसरे ट्वीट में उनके द्वारा इस मामले में आश्चर्य व्यक्त करते हुए लिखा गया है कि नरोत्तम मिश्रा के बाढ़ में फंसने व हेलिकाप्टर से रेस्क्यू किए जाने का वीडियो सामने आया है, उस पर देशभर से प्रतिक्रिया देखने को मिली है। जिसमें प्रदेश भाजपा प्रभारी तक की दिल्ली से प्रतिक्रिया आ गई, लेकिन सीएम व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं …?
दतिया के कवि ने लिखी कविता
कल हुए घटनाक्रम के बाद उनके समर्थन में दतिया जिले के कवि संजय बेचैन ने तो उनके कदम की सराहना करते हुए एक पांच लाइन कविता लिखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट तक की है। इस कविता में उन्हें सलाम करते हुए लिखा है।
हे देशभक्त, ऐसा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा।
जब उसकी जनता पर कोई संकट होता हैै। जब पाबंदी, डर चेतावनी न मान्य उसे
जनता की जान बचाने वो हर क्षण आतुर रहता है।
दिल से सलाम मेरे प्रदेश के इस जांबाज नेता को।