
-‘बूथ विस्तारक’ राजनीतिक इतिहास का सबसे बड़ा अभियान!
-20 हजार विस्तारकों ने किया 20 लाख घंटे का समय दान
भाजपा ने मिशन 2023 के लिए 52 फीसदी वोट का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की जोड़ी ने पूरी जमावट कर दी है। शिव-वीडी की जोड़ी ने राजनीतिक इतिहास का सबसे बड़ा अभियान बूथ विस्तारक अभियान चलाकर इस पर फुल प्रूफ मुहर लगा दी है। सत्ता और संगठन का उम्मीद है कि आगामी चुनाव में पार्टी 200 पार का टारगेट भी पूरा कर लेगी।
प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम
भोपाल (डीएनएन)। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से अधिक वोट प्रतिशत पाने के बाद हार का सामना करने वाली भाजपा ने सत्ता में आते ही मिशन 2023 के लिए जुट गई। मिशन 2023 में कांग्रेस का सूपड़ा करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 200 से अधिक सीटें जीतने का टारगेट सेट किया और अभियान में जुट गए। इसी के तहत बूथ विस्तारक अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत 20 हजार विस्तारकों ने 65 हजार बूथों तक पहुंचकर 20 लाख घंटे का समय दान कर पार्टी का वोट बैंक 10 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य साधा है। गौरतलब है कि भाजपा को 2018 के विधानसभा चुनाव में 41 फीसदी वोट मिले थे। यानी 2013 के मुकाबले करीब 4 फीसदी वोट का नुकसान हुआ था। ऐसे में शिवराज और वीडी शर्मा ने 2023 के चुनाव में 51 फीसदी वोट का लक्ष्य निर्धारित किया है और इस लक्ष्य को पाने के लिए लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
दरअसल, वर्तमान समय में भाजपा हार के बाद जीत है के मंत्र पर काम कर रही है। इसके लिए शिवराज और वीडी शर्मा की जोड़ी ने जिद्द करो और दुनिया बदलो की रणनीति अपनाई है। इसी के तहत बूथ विस्तारक अभियान चलाया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि बूथ विस्तारक योजना के परिणाम बहुत उत्साहवर्धक रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत पार्टी के 20 हजार से अधिक विस्तारकों ने मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्री, संगठन पदाधिकारियों ने 10-10 घंटे काम किया है। उनकी सक्रियता से पार्टी संगठन और कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है। बात सिर्फ आंकड़ों की नहीं है, बल्कि इस योजना में कई अदभुत काम हुए हैं। कमल पुष्प अभियान में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का आशीर्वाद लिया, तो विभिन्न सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों और युवाओं को पार्टी से जोडऩे के काम भी हुए हैं।
17 दिन में 65 हजार बूथों को साधा
भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान 20 जनवरी से शुरू होकर 5 फरवरी तक चला। इन 17 दिनों में पार्टी के 20 हजार से अधिक विस्तारकों ने 65 हजार बूथों को साधा है। इस अभियान के माध्यम से भाजपा ने बूथ समिति तक पहुंचकर उनसे मजबूत बंध बनाने का काम साध लिया है और उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म पर संग्रहित कर पार्टी के राष्ट्रीय हाईकमान से लेकर स्थानीय हाईकमान के एक क्लिक पर लाकर जोड़ दिया है। इस अभियान के तहत विस्तारकों ने 20 लाख घंटे का समय दान कर पार्टी का वोट बैंक 10 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य साधा है। गौरतलब है कि भाजपा अपने पितृ पुरुष का जन्म शताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में मना रही है। एक वर्ष तक चलने वाले इस पर्व में भाजपा खुद को और सशक्त बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। भाजपा ने संवाद और संपर्क के माध्यम से निचले कार्यकर्ता और सरकार से लाभांवित हितग्राहियों तक पहुंचने का पूरा खाका तैयार किया है। पहले चरण में भाजपा ने बूथ स्तर तक पहुंचकर कार्यकर्ताओं की टीम को सशक्त किया है। जल्द ही हितग्राहियों को भी संपर्क के माध्यम से पार्टी से लगातार जोड़े रखने पर फोकस किया जाएगा।
भाजपा के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के विचार को भाजपा ने मप्र में पार्टी में भी आत्मसात किया है। तभी राजनैतिक दल की सबसे निचली इकाई बूथ समिति, जिसको सिर्फ चुनाव के समय याद किया जाता है, उस तक सबसे पहले पहुंच रही है। यही नहीं, भाजपा के प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं सहित राष्ट्रीय पदाधिकारियों को भी बूथ तक भेजकर नेता कार्यकर्ता एक समान का संदेश दिया जा रहा है। भाजपा हमेशा नए लक्ष्य लेकर काम करती है और जब लक्ष्य पूरा नहीं होता है तो उसके कारणों की तह तक जाकर उन कमियों को दूर करने में जुट जाती है। भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान भी ऐसा ही है। भाजपा इस अभियान में समय दान के माध्यम से सतत संपर्क, सतत संवाद करने में जुटी रही। इसमें भाजपा के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय का लक्ष्य पार्टी के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे की संगठन क्षमता का मिश्रण है।
2018 में की हार से सबक
भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि 2018 में मिली हार के बाद पार्टी ने सबक लिया है और अबकी बार 200 पार के लक्ष्य को सफल बनाने का अभियान चलाया। गौरतलब है कि वर्ष 2018 में किसी को भी ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं थी। विधानसभा सीटों का लक्ष्य बहुत पीछे छूट ही गया था। उससे भी ज्यादा चिंताजनक था भाजपा का वोट प्रतिशत करीब 4 प्रतिशत कम हो जाना। कारणों को तलाशने के दौर शुरू हुआ। तब एक बड़ा कारण बूथ पर कमजोर प्रदर्शन भी सामने आया। तभी से भाजपा बूथ को लेकर एक महाअभियान की रणनीति पर काम कर रही थी। कोरोना के दुष्प्रभाव निकल जाने के बाद भाजपा अब इस अभियान पर जुट गई है। भाजपा के शुभंकर अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा के नेतृत्व में पार्टी ने इस अभियान को अपने हाथ में लिया और बूथ तक पहुंचने के संकल्प को साधने में जुटी गई। इस अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भाजपा अपने बूथ विस्तारक अभियान में जनसंघ से जुड़े पार्टी के बुजुर्ग नेताओं का सम्मान भी किया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इस अभियान में जहां भी गए, वहां बुजुर्ग कार्यकर्ताओं का सम्मान कर उनका पार्टी में योगदान के लिए आभार जताया। वहीं भाजपा के इस अभियान में भावविभोर कर देने वाले नजारे देखने को मिले। खाचरोद के एक बूथ पर जब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा 81 वर्षीय बुजुर्ग कार्यकर्ता पूरनदास बैरागी से मिले। बैरागी भावविभोर हो गए और वे अपनी भावना जाहिर करने से नहीं चूके। उन्होंने अपने जीवन काल में पार्टी को दिए गए समय का जिक्र करते हुए कहा कि मैं जब पार्टी के काम से जाता था, लोगों से मिलता था, तो वो मुझसे पूछते थे कि तुम्हें तन्ख्वाह मिलती है क्या? मैं कहता था, तन्ख्वाह नहीं मिलती, पर ये सारी मेहनत मेरे खाते में लिखाती जा रही है। इतने सालों में जो मेरे खाते में आया था, आज वो सब कुछ मुझे एक ही बार में मिल गया। भाजपा बूथ समिति को संपदा आई कार्ड भी दिया गया। संपदा कार्ड में सं से सम्मान, प से पहचान और दा से दायित्व जोड़ा गया है। यह भाजपा का डिजिटलाइजेशन की तरफ बड़ा कदम है। भाजपा के इस महा अभियान की माइक्रो लेवल पर मानिटरिंग डिजिटल वार रूम में की गई। अभियान में पार्टी के सचिव रजनीश अग्रवाल, रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा, आईटी सेल के संयोजक अमन शुक्ला, गौरव विश्वकर्मा और अभिषेक शर्मा के नेतृत्व में आईटी पेशेवरों की टीम 24 घंटे वार रूम में जुटी रही।
इतिहास का सबसे बड़ा अभियान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मिशन 2023 के लिए 51 फीसदी वोट का जो टारगेट सेट किया है, उसे हासिल करने के लिए कुशाभाऊ ठाकरे जन्मशताब्दी वर्ष समारोह पर 16 जनवरी को भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक बैठक हुई थी। इसमें संगठन को मजबूती देने के लिए मास्टर प्लान तैयार हुआ था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में निर्णय हुआ था कि पार्टी बूथ विस्तारक योजना चलाएगी। ताकि 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिले। उसके बाद कुशाभाऊ ठाकरे जन्म शताब्दी वर्ष पर भाजपा ने 20 जनवरी से बूथ विस्तारक योजना चालू की गई। इसमें पांच फरवरी तक मप्र के 65 हजार बूथों पर बूथ विस्तारकों को भेजा गया। राजनीतिक इतिहास में भाजपा इसे सबसे बड़ा अभियान बता रही है। अभियान के लिए इंदौर और भोपाल के कार्यालयों में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए थे। बूथ विस्तारक ने बूथों पर प्रवास कर केंद्रों की जानकारी एकत्रित की। उनके साथ रहने वाले आईटी संचालकों ने इसे संगठन एप में अपलोड किया। इसकी मॉनीटरिंग के लिए प्रदेश कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया, जहां से कार्यकर्ताओं को जरूरी टेक्निकल सपोर्ट दिया गया। बूथ विस्तारक योजना के तहत संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं ने प्रतिदिन 10 घंटे यानी इन 17 दिनों में 100 घंटे का श्रम किया। इस दौरान 9 हजार शक्ति केंद्रों पर 20 हजार से ज्यादा विस्तारक पहुंचे। खास बात यह है कि विस्तारक की भूमिका मुख्यमंत्री शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्रियों के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नेता भी शामिल रहे। जिन्हें बूथ विस्तारक की जिम्मेदारी दी गई थी। बूथ विस्तारक बने शिवराज सिंह चौहान ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि बूथ विस्तारक योजना के तहत मुझे सागर जिले के देवरी के ग्राम बसा तुलसीपार जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आस-पास के गांव से भी आए भाई-बहनों से मिलकर मन आनंदित है। मुझे विश्वास है कि भाजपा के बूथ विस्तारक योजना तथा उसके एप संगठन से अधिक युवा जुडक़र राष्ट्र व जनसेवा में अपना योगदान देंगे। जन-जन की भागीदारी से ही राष्ट्र व समाज की उन्नति के संकल्पों की सिद्धि होगी। डिजिटल एप के माध्यम से प्रत्येक कार्यकर्ता और नए कार्यकर्ताओं का डेटा रहेगा। प्रदेश में अभियान का उद्देश्य कार्यकर्ता से सीधा संवाद था। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश का कहना है कि बूथ व पन्ना समितियां पार्टी की असल पूंजी हंै। इन्हीं समितियों के दम पर हम शासन की योजनाओं से आमजन को लाभान्वित कराएंगे, आपदा के समय पीडि़तों की सेवा करेंगे। चुनावों में प्रत्येक बूथ पर कमल खिलाएंगे। भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। इसे कार्यकर्ताओं ने अपने परिश्रम से, खून-पसीने से सींचा है। जनसंघ से लेकर भाजपा तक के सफर में ऐसे असंख्य कार्यकर्ताओं ने संगठन के लिए अपना संपूर्ण जीवन लगा दिया, लेकिन वे अपने राष्ट्रभाव से एक कदम भी डिगे नहीं।
जनाधार बढ़ाने में सबका योगदान
भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान समाप्त होने के बाद अब यह आकलन किया जा रहा है कि किस-किस का इस अभियान में कितना योगदान रहा। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार मंत्रियों के अलावा अधिकांश विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रतिदिन पूरे 10-10 घंटे नहीं दिए हैं। संगठन अब ऐसे नेताओं की रिपोर्ट तैयार कर रहा है। मप्र में 11 प्रतिशत वोट बैंक बढ़ाने के लिए भाजपा ने बूथ विस्तारक अभियान चलाया था। यह अभियान 5 फरवरी को संपन्न हुआ। इस अभियान में 20 हजार विस्तारकों ने पार्टी को वोट बैंक बढ़ाने के लिए खुब काम किया है। लेकिन इस अभियान में प्रदेश सरकार के मंत्रियों की भूमिका सबसे कम रही। गौरतलब है कि भाजपा ने इस अभियान में टॉप टू बॉटम सभी पदाधिकारियों को इस काम में लगाया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। लेकिन इसके बावजूद ज्यादातर नेता और मंत्रीगण बूथों पर प्रवास के लिए 100 घंटे का समय नहीं निकाल पाए। इस संबंध में संगठन के नेताओं का कहना है कि मंत्रियों के पास सरकार के कामकाज की व्यस्तता भी है इसलिए उनके बूथ प्रवास के घंटों का हिसाब नहीं रखा गया। सभी मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने अपनी सुविधा से पूरा समय दिया।
कुशाभाऊ ठाकरे के जन्म शताब्दी वर्ष को भाजपा पार्टी के सुदृढ़ीकरण और विस्तार के लिए चुना। अभी तक जहां पार्टी नहीं पहुंची थी, वहां पहुंचने की योजना इस संगठन यज्ञ के माध्यम से पूरी की गई। यह साधारण नहीं, ऐतिहासिक अभियान था। यह अभियान पूरे देश में रोल मॉडल बन गया है। अभियान के दौरान संगठन को गुणात्मक और संख्यात्मक रूप से मजबूत बनाते हुए 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य सामने था। गौरतलब है कि अभियान के दौरान भाजपा ने प्रत्येक बूथ पर अध्यक्ष, महामंत्री की नियुक्ति कर संगठन को नीचे तक मजबूत करने का प्रयास किया है। वहीं एक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) पहले से ही रहता है। इन तीनों को त्रिदेव नाम दिया गया है। ये ही त्रिदेव भाजपा के बूथ मजबूत करने का काम करेंगे। वहीं निचले स्तर पर प्रत्येक पन्ने पर भी प्रभारी बनाया जाएगा जो केवल उस पन्ने के मतदाताओं पर ही अपना ध्यान फोकस करेगा। 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले जिस तरह से भाजपा संगठन को मजबूत करने में लगी है, उससे 51 प्रतिशत वोट बैंक का लक्ष्य पूरा होता नजर आ रहा है। राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में यह लक्ष्य सभी राज्यों को दिया गया है और बूथ विस्तारक योजना के तहत बनाई गई इस रणनीति को सभी साकार करने में लगे हैं। बूथ लेवल पर अभी तक प्रभारी होते थे और एक बीएलओ होता था, लेकिन भाजपा ने इसमें बदलाव कर अब प्रत्येक बूथ पर एक अध्यक्ष, एक महामंत्री और एक बीएलओ की टीम बनाकर उन्हें त्रिदेव नाम दिया गया है। ये त्रिदेव ही भाजपा के संगठन की प्रमुख कड़ी होंगे जो बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत बनाने का काम करेंगे। इनकी जानकारी भी संगठन एप में लोड की गई है।
मॉडल बनी शिव-वीडी की जोड़ी
आरएसएस और भाजपा की प्रयोग भूमि मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के रूप में एक ऐसी जोड़ी मिली है जिसने देश के सामने मिसाल पेश की है। इस जोड़ी के कारण प्रदेश में सत्ता और संगठन का ऐसा अद्भूत समन्वय देखने को मिल रहा है, जिसके कारण किसी भी योजना का क्रियान्वयन करने में मप्र देश में अव्वल बना हुआ है। आज भाजपा के लिए शिव-वीडी की जोड़ी मॉडल बनी हुई है। यही नहीं इन्होंने मप्र को एक ऐसा मॉडल राज्य बना दिया है जिसका अनुशरण अन्य राज्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां केंद्र के साथ ही राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन में शासन-प्रशासन को पूरी तरह सक्रिय किए हुए हैं, वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा नित्य नए नवाचारों से संगठन को मजबूत बना रहे हैं। मुख्यमंत्री लगातार विभागों की समीक्षा कर रहे हैं। वहीं वीडी शर्मा और उनकी टीम संगठन में नवाचार ला रही है और अनेक अनूठे प्रयोग कर रही हैं। यदि यह प्रयोग सफल रहते हैं तो इसे भाजपा के दूसरे राज्यों में भी लागू किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश भाजपा संगठन के कामकाज से संतुष्ट हैं।
प्रदेश में सत्ता और संगठन के समन्वय का आंकलन इसी से किया जा सकता है कि यहां विकास और विस्तार के प्रयोग पूरी तरह सफल रहे हैं। वहीं प्रदेश की सत्ता और संगठन हर कसौटी पर खरे उतरे हैं। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने हाल की अपनी जबलपुर और नरसिंहपुर यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार और संगठन के कामकाज का फीडबैक लिया था। मध्य क्षेत्र इकाई ने सत्ता और संगठन दोनों के कामकाज पर अनुकूल रिपोर्टिंग की है। संगठन की दृष्टि से मप्र भाजपा के लिए हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है। संघ और भाजपा का नेतृत्व चाहता था कि मप्र का संगठन दूसरे राज्यों के लिए प्रेरणा का काम करें। इस दृष्टि से इसे सर्वस्पर्शी और मजबूत बनाने की दिशा में पहल की जा रही है। उधर मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों और जिला पंचायतों में प्रशासकीय समितियां गठित कर उन्हें सरपंच जनपद अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष के अधिकार दे दिए हैं। अब सरपंच 15 लाख जनपद अध्यक्ष 25 लाख और जिला पंचायत अध्यक्ष 50 लाख तक की राशि खर्च कर सकेंगे। वित्तीय अधिकार मिलने से ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य हो सकेंगे। मध्य प्रदेश में पंचायती राज 4 करोड़ आबादी को प्रभावित करता है। ऐसे में मुख्यमंत्री की कोशिश है कि कार्यकर्ताओं को संतुष्ट किया जाए साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी का आधार भी मजबूत हो। इससे विकेंद्रीकरण भी बढ़ेगा तथा स्थानीय विकास की बागडोर स्थानीय जनता के पास ही रहेगी।
भाजपा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभियान
प्रदेशभर में बूथ डिजिटलाइजेशन के उद्देश्य से चल रही बूथ विस्तारक योजना के बाद भाजपा आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए नया अभियान शुरू किया है। पहले बूथ स्तर पर जाकर दिग्गज नेताओं ने पार्टी को कार्यकर्ताओं के लिहाज से मजबूत किया। अब इन बूथ पर एक बार फिर कई बड़े नेता पहुंचेंगे। यह सभी पार्टी आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए फंड जुटाने का काम करेंगे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर समर्पण निधि जुटाने का अभियान शुरू किया गया। इस बार बीजेपी ने 150 करोड़ का फंड जुटाने का लक्ष्य रखा है। कोरोना काल में इस बार लक्ष्य पूरा करने के लिए बूथ स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी बूथ पर जाकर इस अभियान का हिस्सा लिया। इस तरह पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी बूथ केन्द्रों पर भेजने की योजना बनाई है। अलग-अलग नेताओं को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पार्टी की ओर से हर बड़े नेता को फंड जुटाने में सहायता के निर्देश दिए गए हैं। इस कार्य में पारदर्शिता को लेकर भी ध्यान रखा गया है। इसके लिए अलग-अलग राशि के एक हजार रुपए तक के कूपन तैयार कराए गए हैं। इससे फंड जुटाने के इस अभियान को पारदर्शी बनाया जा सके। पिछले वर्ष में फंड का लक्ष्य 100 करोड़ था। इसे पूरा नहीं किया जा सका था। इस वर्ष राशि को बढ़ाकर 150 करोड़ किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि बूथ विस्तारक योजना पूरी हो गई है। अभियान के दौरान समर्पण निधि जुटाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ताओं से हर एक बूथ पर की अपील की है। पिछले दिनों प्रदेश कार्यालय में सीएम शिवराज, वीडी शर्मा के साथ राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस योजना को तैयार किया है। समर्पण निधि कार्यक्रम के लिए बीजेपी सभी जिले के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य दिया गया है। इसमें बड़े जिलों पर फोकस किया गया है। भोपाल सहित प्रदेश के सभी बड़े जिले जैसे इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, रतलाम, रीवा में विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिससे 150 करोड़ समर्पण निधि के लक्ष्य को पूरा करने में सहायता मिल सके। भाजपा में अब तक सबसे कम की रसीद हजार रुपए की होती थी। इस बार पार्टी ने तय किया है कि गरीब कार्यकर्ताओं के भाव का भी सम्मान किया जाएगा। कार्यकर्ता से उसके सामथ्र्य के हिसाब से समर्पण लिया जाएगा, भले ही वह सौ रुपए हो। अभियान नगर से मंडल, मंडल से वार्ड और वार्ड से बूथ स्तर तक चलाया जाएगा। हर कार्यकर्ता की सहभागिता रहे, ये कोशिश की जाएगी। कम समर्पण करने वाले का भी उतना ही सम्मान होगा, जो ज्यादा धनराशि देने वाले का होगा। प्रदेश भाजपा संगठन ने तय किया है कि सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि अपनी एक-एक माह की तनख्वाह समर्पण के रूप में जमा कराएंगे। पिछले साल भी सभी जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी तनख्वाह व मानदेय जमा कराया था। रणनीति के तहत स्पष्ट कर दिया गया कि इतना बड़ा अभियान टॉप नेताओं के इर्द-गिर्द रहेगा।