
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश सरकार अब प्रदेश की सभी सरकारी राशन की दुकानों को हाईटेक करने जा रही है। इन दुकानों को मेगा मार्ट की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है। यही नहीं इन सभी दुकानों का एक जैसा रंग रोगन भी कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश में 25 हजार से अधिक राशन की दुकानें हैं। इन दुकानों में पीओएस मशीन के अलावा वेट मशीन से बिलिंग पर्ची और वजन सब की जानकारी एक साथ उपभोक्ता को मिल सकेगी। कायाकल्प की इस योजना के तहत उनका रंग रोगन भी एक जैसा कराने के साथ ही उनका नाम भी किसी महापुरुष के नाम पर रखने की तैयारी की जा रही है।
रंग रोगन भी केसरिया या फिर भगवा रंग से किया जाएगा। फिलहाल प्रदेश में इन दुकानों से 4 करोड़ 80 लाख हितग्राहियों को हर माह राशन बांटा जाता है। इसके लिए प्रस्ताव सहकारिता और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा मिलकर तैयार किया गया है। फिलहाल खाद्य विभाग जल्द ही सभी राशन दुकानों पर पाइंट आॅफ सेल(पीओएस मशीन) और वेट मशीन लगाने जा रहा है। इसकी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इसके अलावा राशन दुकानों पर रंग रोगन के अलावा स्टाफ के लिए फर्नीचर और बैठक से लेकर सारी व्यवस्था डिजिटलाइज्ड की जाागी।
इन नामों पर विचार
सहकारिता विभाग द्वारा अपने मातहत संचालित इन दुकानों के नामकरण के लिए कई नामों पर विचार करना शुरू कर दिया है। उसका मानना है कि राशन दुकानों को सहकारी उचित मूल्य की दुकान नाम से पुकारने की बजाय महापुरुषों के नाम से पहचाना जाना चाहिए। इसके लिए अब तक दीनदयाल या अटल राशन दुकान जैसे नामों पर विचार किया जा चुका है। फिलहाल अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि इन दुकानों का नाम किसी एक नाम या अलग-अलग नामों पर रखा जाए।