४९करोड़ का आबकारी घोटाला: ईडी ने कोर्ट में पेश किया चालान

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भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
ईडी ने इंदौर के आबकारी विभाग में हुए 49 करोड़ के फर्जी चालान घोटाले को लेकर कोर्ट में अभियोजन शिकायत दर्ज करा दी है। ईडी ने जांच इंदौर के रावजी बाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के आधार पर की थी। इसके तहत शराब ठेकेदारों ने ट्रेजरी में जमा किए जाने वाले बैंक चालानों में हेराफेरी और जालसाजी करके सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाय था और इससे बची रकम अपने पास रख ली थी। ईडी नें जांच में पाया कि ठेकेदारों को सरकारी वेयरहाउस से माल उठाने से पहले रकम सरकारी खजाने में बैंक चालान के जरिए जमा करनी होती थी। इन ठेकेदारों ने छोटी रकम के बैंक चालान बनाए और बाद में बैंक चालान के फॉर्मेट में भरी जाने वाली राशि बदल देते थे। इस फर्जी चालान को वे संबंधित देसी शराब गोदाम या जिला आबकारी कार्यालय में जमा करते थे। इस तरह वे कम शुल्क या लाइसेंस फीस जमा करके भी ज्यादा शराब का स्टॉक हासिल कर लेते थे। घोटाले का मुख्य आरोपी शराब ठेकेदार राजू दसवंत और अंश त्रिवेदी था। इन दोनों ने बाद में अन्य शराब ठेकेदारों को जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश करने का ये तरीका सिखाया। ठेकेदारो ने मिलकर सरकार के साथ 49 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। ईडी इस मामले में मुख्य आरोपी राजू दसवंत और अंश त्रिवेदी को इसी साल 6 अक्टूबर को गिरफ्तार कर चुकी है, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में ईडी ने पिछले दिनों कार्रवाई करते हुए एक दर्जन से च्यादा शराब कारोबारियों के 18 ठिकानों पर छापे मारे थे, जिसमें करोड़ों की नकदी समेत कई संपत्तियों की जानकारी उजागर हुई थी।

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