- मिशन मोड में आई मोहन सरकार
- गौरव चौहान

अब प्रदेश की मोहन सरकार पूरी तरह मिशन मोड में आ गई है। सरकार हर कार्य मिशन बनाकर संपन्न करेंगी। इसी के तहत अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चार जातियों और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण से प्रेरणा लेते हुए, मप्र सरकार ने युवाओं, महिलाओं, गरीबों और किसानों को लक्षित करते हुए चार नए मिशन शुरू करने का फैसला किया है। 1 नवंबर को राज्य के स्थापना दिवस पर युवा शक्ति मिशन, गरीब कल्याण, नारी सशक्तीकरण और किसान कल्याण मिशन नाम से नए मिशन शुरू किए जाएंगे। जिसमें गरीब, युवा, महिला और किसानों को प्राथमिकता देने के लिए योजना बनाई जाएगी। इसे लेकर सितंबर में मंत्री और अधिकारियों की बैठक होगी। अक्टूबर और नवंबर में कार्य योजना तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री ने टारगेट भी दे दिया है। मप्र की स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री कर जातियों को लेकर बड़े ऐलान करेंगे। लॉन्ग टर्म राहत देने के लिए मोहन सरकार योजनाओं को लागू करेगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नवंबर में विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए देश में चार जातियां बताई थीं। उन्होंने कहा था कि देश में सिर्फ चार जातियां-गरीब, युवा, महिलाएं और किसान हैं। मैं इन चारों जातियों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा हूं। अब मप्र सरकार ने भी पीएम मोदी का अनुसरण करते हुए इन चार जातियों के सशक्तिकरण के लिए मिशन मोड में काम करने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार मप्र के स्थापना दिवस यानी एक नवंबर से चार मिशन शुरू करेगी। इनमें युवा शक्ति मिशन, गरीब कल्याण मिशन, किसान कल्याण मिशन और नारी सशक्तिकरण मिशन शामिल हैं।
रूपेरखा तैयार करने के निर्देश
गरीब, युवा, महिला और किसानों को प्राथमिकता देने के लिए बनाए जा रहे मिशन को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रियों और अधिकारियों को चारों मिशनों की जानकारी देते हुए इसकी रूपेरखा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीएम सचिवालय ने इस सिलसिले में मंथन कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी शुरू कर दी है। मंथन कार्यक्रम सितंबर में भोपाल में आयोजित होगा। इसमें सभी मंत्री, अधिकारी और विषय विशेषज्ञ चार मिशनों की रूपरेखा तैयार करने को लेकर विचार-विमर्श करेंगे। कार्यशाला में मिशनों के क्रियान्वयन की रणनीति पर भी चर्चा होगी। सीएम सचिवालय के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। सरकार इन चार वर्गों के सशक्तिकरण के लिए ऐसी योजना बनाना चाहती है, जिससे उन्हें न सिर्फ फौरी तौर पर लाभ मिले, बल्कि इसका फायदा इन वर्गों को लॉन्ग टर्म (दीर्घकाल) में मिले। यही वजह है कि एक-एक पहलू का अध्ययन कर योजना तैयार की जाएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में एक नवंबर में चार मिशन शुरू करने की घोषणा की थी।
चारों मिशन में कल्याण पर फोकस
गरीब, युवा, महिला और किसानों को प्राथमिकता देने के लिए बनाए जा रहे मिशन में सरकार का फोकस चारों वर्गों के विकास और कल्याण पर फोकस रहेगा। युवा शक्ति मिशन में शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार, उद्यमिता, नेतृत्व विकास, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास की कार्य योजना तैयार कर मिशन मोड में कार्य किया जाएगा। गरीब कल्याण मिशन में स्व-रोजगार योजनाएं, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा आदि की दिशा में कार्य करेगा। नारी सशक्तिकरण मिशन के तहत बालिका शिक्षा, लाड़ली, लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, लखपति दीदी योजना, महिला स्व- सहायता समूहों के सशक्तिकरण आदि कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किए जाएंगे। किसान कल्याण मिशन में सरकार कृषि एवं उद्यानिकी को लाभ का व्यवसाय बनाने की दिशा में कार्य करेगी। किसानों को राहत प्रदान करने के साथ एवं कृषि की पैदावार बढ़ाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएंगे।
17 सितंबर से शुरू होंगे जन आरोग्य केंद्र
मप्र सरकार 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर प्रदेश में हर जिला अस्पताल में रेडक्रॉस से जन आरोग्य केंद्र शुरू करेगी। जन आरोग्य केंद्रों में मरीजों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध रहेगी। स्वास्थ्य विभाग ने जन आरोग्य केंद्र खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही सभी जिला अस्पतालों में आयुष विंग भी बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।