पंजाब में अबतक 32 की मौत: 15 दिन की बच्ची के लिए देवदूत बनी सेना

– पंजाब में बाढ़ ने बढ़ाई लोगों की टेंशन

चंडीगढ़/एजेंसी
पंजाब के गुरदासपुर के बाढ़ ग्रस्त इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने 15 दिन की बच्ची और उसकी मां को बचाया। मां-बेटी एक मकान में फंसे हुए थे और संपर्क का कोई साधन नहीं था। इस क्षेत्र में खड्गा कोर के जवान नाव में गश्त कर रहे थे, तभी ढंगै गांव में जवानों की नजर एक मकान पर पड़ी जिसका ग्राउंड फ्लोर पूरी तरह डूब चुका था।
पूरी तरह संपर्क से कटी हुई थीं दोनों
पहली मंजिल पर एक मां अपनी 15 दिन की बच्ची संग फंसी हुई थी। बिजली कट और अत्यधिक पानी की वजह से उनका संपर्क पूरी तरह कटा हुआ था। जवानों ने मां और बेटी दोनों को पहली मंजिल से सकुशल बाहर निकाला और नाव के जरिये तीन किलोमीटर तक बाहर लेकर आए। उसके बाद बच्ची और मां को सेना के एक वाहन में सवार करवाया गया। मौसम विभाग ने मंगलवार को पंजाब में बारिश का रेड और बुधवार को यलो अलर्ट जारी किया हुआ है। पहाड़ों पर भी यदि बारिश के हालात न थमे तो हालात और बिगड़ सकते हैं। हालांकि 7 सितंबर तक बूंदाबांदी के आसार भी बताए जा रहे हैं। अभी तक पंजाब में 470 एमएम बारिश हो चुकी है जोकि मानसून सीजन में सामान्य से 30 फीसदी ज्यादा है। उधर हिमाचल में भी अभी तक 834 एमएम बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 36 फीसदी अधिक है। मैदानों के साथ-साथ पहाड़ों पर हुई अत्यधिक बारिश ने पंजाब में बाढ़ के हालात पैदा कर काफी तबाही मचाई है। लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए एनडीआरएफ समेत आर्मी व एयरफोर्स की टीमें तैनात हैं। पंजाब सरकार के मंत्री व विधायक फील्ड में पूरी सक्रिय हैं और लोगों को हरसंभव मदद मुहैय्या करवा रहे हैं जबकि भाजपा, कांग्रेस व शिअद के कार्यकर्ता व नेता भी राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। पंजाब सरकार के अनुसार सूबे के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें गुरदासपुर, होशियारपुर, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, मोगा,  जालंधर, मोहाली व बरनाला शामिल हैं।
15 किलोमीटर दूर रिश्तेदार के पास सकुशल पहुंचाया
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि वाहन में दोनों को 15 किलोमीटर दूर उनके एक रिश्तेदार फतेहगढ़ चूड़ियां में सकुशल पहुंचाया गया। चूंकि बाढ़ का पानी बहुत ज्यादा था, इसलिए वाहन को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। फिलहाल दोनों सुरक्षित हैं।
2 ने गंवाई जान, तीन लोग लापता
पंजाब में बाढ़ की वजह अब तक 32 लोग जान गंवा चुके हैं जबकि तीन लोग लापता है। 12 जिलों के 2 लाख 56 हजार लोग प्रभावित हैं। किसानों पर भी बाढ़ की बड़ी मार पड़ी है। सूबे में 94061 हेक्टेयर फसल बाढ़ की चपेट में हैं। सबसे ज्यादा मानसा जिले में किसानों की फसल बर्बाद हुई है।

Related Articles