वीडी ने जताया… कविता व श्याम पर भरोसा

  • हरीश फतेहचंदानी
कविता व श्याम

भाजपा के लिए मप्र में सबसे कठिन लोकसभा सीट बनी छिंदवाड़ा का जिम्मा इस बार भाजपा संगठन ने अपने दो युवा नेताओं को सौंपा है। यह नेता टीम वीडी का ही हिस्सा हैं। इनमें राज्य सभा सदस्य और प्रदेश महामंत्री कविता पाटीदार और प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम महाजन का नाम शामिल है। महामंत्री कविता पाटीदार को यहां का प्रभारी और श्याम महाजन को रणनीतिक जिम्मा दिया गया है। यह दूसरा मौका है जब भाजपा इस सीट को लेकर गंभीरता दिखा रही है। इसकी वजह है इस सीट का जिम्मा स्वयं केन्द्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा लिया जाना है। आज शाह इस सीट के दौरे पर हैं। यही वजह है कि प्रदेश भाजपा का पूरा संगठन इस सीट पर बीते कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं। इस सीट पर अब एक साथ कई तरह से काम किया जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा की स्थानीय इकाई के अलावा संघ तक ने सक्रियता बढ़ा दी है। इसकी वजह से इस सीट पर अब सियासी पारा बढ़ा हुआ है। इसके साथ ही भाजपा का लोकसभा की 160 हारी हुई सीटों पर भाजपा का चुनावी मिशन शुरू हो गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसी कड़ी में आज छिंदवाड़ा पहुंचकर कार्यकर्ताओं की रैली कर रहे हैं। शाह के इस दौरे से छिंदवाड़ा का सियासी पारा चढऩे की वजह है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़  होना। यहां से उनके बेटे नकुल सांसद हैं और छिंदवाड़ा जिले की सातों सीटों पर कांग्रेस विधायक हैं। शाह पहली बार छिंदवाड़ा आ रहे हैं। लिहाजा इसको लेकर पूरी प्रदेश भाजपा सक्रिय बने हुए थे। इस दौरे के लिए ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा 24 मार्च को ही छिंदवाड़ा पहुंच गए थे। भाजपा ने इस बार छिंदवाड़ा को प्रतिष्ठा से जोड़ दिया है। पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय सीट का दौरा किया था। तब 2019 के आम चुनाव में नकुल नाथ 37 हजार 536 वोटों से जीत पाए थे। यह स्थिति भी तब बनी, जब 2018 के विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा की सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस जीती। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा की 7 में से 3 सीटों पर भाजपा जीती थी।
आधे-आधे का फॉर्मूला
यहां बता दें कि पार्टी ने देशभर में हारी हुई सीटें आधी-आधी (80-80 सीट) शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच बांटीं हैं। ये वो सीटें हैं, जिन्हें भाजपा कभी न कभी एक बार या अधिक बार जीत चुकी है। इन्हीं में शामिल छिंदवाड़ा संसदीय सीट शाह के हिस्से में है, इसलिए पहली बार वे छिंदवाड़ा में चुनावी शंखनाद करेंगे।
यह है भरोसा जताने की वजह
श्याम महाजन संघ के पृष्ठभूमि से आते हैं। वे पहले संभागीय संगठन मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में उनके पास प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व है। वे रीवा संभाग के संगठन मंत्री के रुप में काम कर चुके हैं , जिसकी वजह से उन्हें इस क्षेत्र का पूरा राजनैतिक गणित मालूम है। इसी तरह से कविता पाटीदार को महिला के साथ ही पिछड़ा वर्ग के होने की वजह से यहां का जिम्मा दिया गया है। उन्हें संपत्तिया उइके की जगह ही राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया था। उनके प्रभार के माध्यम से राजनैतिक समीकरण साधने का प्रयास किया गया है। वैसे भी कविता के भाजपा में अच्छे दिन चल रहे हैं। वे ऐसी  भाजपा की प्रदेश में पहली महिला हैं, जिन्हें महामंत्री बनाया गया था। इसके बाद उन्हें राज्यसभा भी भेजा गया है। वे मालवा में ओबीसी का बड़ा चेहरा हैं। सुंदरलाल पटवा की सरकार में मंत्री रहे भेरूलाल पाटीदार की बेटी हैं और इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। उन्हें संगठन में मैदानी स्तर पर काम करने का अच्छा अनुभव है। उनके द्वारा अपनी राजनैतिक पारी महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष से की गई थी। इसके बाद वे  जिला उपाध्यक्ष बनी, दो बार जिला पंचायत का चुनाव लड़ा, एक बार सदस्य बनी, दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष बनी, फिर महिला आयोग की सदस्य के अलावा संगठन में प्रदेश मंत्री भी रह चुकी हैं।

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