कर्ज और घाटे की… भेंट चढ़े 29 उद्योग

  • सबसे अधिक इंदौर क्षेत्र में बंद हुए उद्योग
  • गौरव चौहान
कर्ज और घाटे

मप्र में सरकार एक तरफ औद्योगिक विकास पर फोकस कर रही है, वहीं दूसरी तरफ स्थिति यह है कि कर्ज और घाटे के कारण उद्योग बंद हो रहे हैं। प्रदेश में पिछले 20 वर्ष में 29 बड़े उद्योग बंद हो गए। औद्योगिक निवेश एवं प्रोत्साहन विभाग से मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार, रायसेन जिले में हैवी फेब्रिकेशन निर्माता कंपनी मेसर्स जीईआई पावर लिमिटेड और राइस प्रोसेसिंग वाली कंपनी मेसर्स एसएसए इंटरनेशनल, ऋण की अदायगी न करने के कारण बैंक द्वारा अधिग्रहित की गई। भिंड जिले में ग्लास पार्ट केथोड रे ट्यूब तथा गैस प्लांट थर्मल पावर प्लांट वाली कंपनी मेसर्स लिमिहाटलाईन ग्ला., की दो मिलें बंद हो गई तथा इसी जिले में कलर्ड पिक्चर ट्यूब बनाने वाली मेसर्स एलजी हाटलाईन सीपीटी लिमिटेड, एनएसीएलटी द्वारा परिसंपत्तियों का विक्रय करने से बंद हुई। जानकारी के अनुसार इनमें से अधिकांश उद्योगों के बंद होने का कारण बैंक ऋण न चुकाना, संपत्तियों के विक्रय और वित्तीय हानि होना है। वर्ष 2004 से अब तक मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड अंतर्गत कुल 222 बड़े उद्योग स्थापित हुए, लेकिन इनमें से 29 बड़े उद्योग बंद भी हो गए। इस अवधि में कारपोरेशन के क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल अंतर्गत 55 बड़े उद्योग स्थापित हुए और बाद में इनमें से दो बंद हो गए, जबकि ग्वालियर क्षेत्र में 13 उद्योगों में से तीन बंद हो गए। इंदौर क्षेत्र में 126 उद्योगों में से 21 बंद हो गए। केवल जबलपुर क्षेत्र की स्थिति अच्छी रही जिसमें 19 उद्योग स्थापित हुए और एक भी बंद नहीं हुआ। वहीं रीवा क्षेत्र में नौ में से तीन उद्योग बंद हो गए।
वहीं धार जिले में इंडोरामा टेक्सटाइल लिमिटेड, दिव्य ज्योति, मित्तल कॉर्प लिमिटेड, लक्ष्मी पाईप एंड फिटिंग, मेटल मेन पाइप मेन्युफ्रेक्चरिंग, परसरामपुरिया इंटरनेशनल लिमिटेड, भानु आयरन एंड स्टील कंपनी, सोनी इस्पात लिमिटेड, वेरटेक्स टेक्नोसाफ्ट, वरुण सीमेंट प्रालि, पाली लॉजिक इंडिया लिमिटेड, गिल्टपेक यूनिट-2, खरगोन जिले में पेरेंटल ड्रग्स प्रालि, शाजापुर जिले में सिद्धार्थ ट्यूब्स प्रालि वित्तीय कुप्रबंधन के कारण बंद हुई। धार जिले में सोनी इस्पात लिमिटेड प्रबंधकीय अक्षमता एवं गिरनार फाइबर लिमिटेड ऋण भुगतान न करने, नियो कार्य इंटरनेशनल लिमिटेड कच्चा माल संबंधी समस्या के कारण, सकोज इंडिगो प्रालि एवं एडवांस सर्फेक्टेड इंडिया लिमिटेड विपणन संबंधी समस्या के कारण बंद हुई। इंदौर जिले में स्टील ट्यूब आफ इंडिया लिमिटेड आर्थिक मंदी के कारण बंद हो गई। झाबुआ में निभि इंडस्ट्रीज कच्चे माल की उपलब्धता एवं विपणन संबंधी समस्या के कारण बंद हुई। देवास जिले में देवास सोया लिमिटेड वित्तीय हानि होने के कारण बंद हुई। सतना जिले में मेसर्स भिलाई जेपी सीमेंट एवं स्पाज आयरन एमएस ब्लेड निर्माता कंपनी मेसर्स कमल स्पाज स्टील एंड पावर लिमि और रीवा जिले में सोयाबीन एवं सरसो का तेल बनाने वाली कंपनी मेसर्स जेपी रीवा सोया प्रोसेसिंग यूनिट बंद हो गई।
मप्र में निवेश के अवसर पर सेशन
प्रदेश सरकार उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025 अभियान की श्रृंखला में बेंगलुरु के बाद गुजरात के सूरत में दूसरा बड़ा संवाद करने जा रही है। सूरत स्थित होटल मैरियट में आयोजित मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर इंटरएक्टिव सेशल को मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री राज्य के औद्योगिक विकास का दीर्घकालिक दृष्टिकोण, अधोसंरचना विस्तार और निवेशकों के लिए बनाए गए भरोसेमंद वातावरण को रेखांकित करेंगे। साथ ही उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे, जिसमें निवेश-विशेष साझेदारियों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इंटरएक्टिव सेशन का मुख्य फोकस उन सेक्टरों पर रहेगा, जिनमें मध्यप्रदेश की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त स्पष्ट रूप से सामने आती है। इसमें वस्त्र एवं परिधान, पेट्रोकेमिकल्स और रसायन, बल्क ड्रग्स, फार्मास्यूटिकल्स, जेम्स एंड ज्वेलरी, इंजीनियरिंग एवं संबद्ध निर्माण इकाइयां शामिल है। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की निवेश-उन्मुख परियोजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही प्रदेश की 18 नवीन सेक्टोरल नीतियों और औद्योगिक सहयोग के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी निवेशकों को दी जाएगी। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम दक्षिण गुजरात के सशक्त औद्योगिक तंत्र से मध्यप्रदेश की रणनीतिक साझेदारी को सशक्त बनाने और राज्य को निवेश के लिए एक विश्वसनीय गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें प्रमुख उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ कॉर्पोरेट नेताओं और उद्योग संगठनों की भागीदारी रहेगी। कार्यक्रम में साउथ गुजरात जोनल काउंसिल के चेयरमैन एवं प्रवीन लैबोरेट्रीज़ प्रा. लि. के निदेशक श्री हेतुल मेहता स्वागत भाषण देंगे। मध्यप्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं, अधोसंरचना और नीतिगत नवाचारों पर केन्द्रित फिल्म ‘इनफिनिट पॉसिबिलिटीज इन एमपी’ का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह राज्य में उपलब्ध भूमि, हालिया औद्योगिक नीतियों और निवेश की दिशा में उठाए गए प्रभावी कदमों पर एक विशेष प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर उन उद्योगपतियों के अनुभव भी साझा किए जाएंगे, जो पहले से ही मध्यप्रदेश में सफलतापूर्वक परिचालन कर रहे हैं। देश और विदेश के विभिन्न शहरों में सतत संवाद और केंद्रित प्रयासों के माध्यम से मध्यप्रदेश, भारत में औद्योगिक निवेश के लिए एक अग्रणी गंतव्य के रूप में अपनी स्थिति लगातार सुदृढ़ कर रहा है।

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