पेपर लीक करने वाले शिक्षकों की जाएगी नौकरी

माध्यमिक शिक्षा मंडल
  • सरकार ने बढ़ाई निगरानी

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में छोला मंदिर पुलिस ने चार शिक्षकों को गिरफ्तार करने के बाद अपनी जांच शुरू कर दी है। वहीं सरकार परीक्षा पेपर मामले को लेकर काफी संवेदनशील हो गई है । सरकार ने पेपर लीक करने वालों पर सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। सूत्रों का कहना है की दोषी शिक्षकों की नौकरी छिनी जाएगी। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं के पेपर लीक करने वाले शिक्षक बर्खास्त होंगे। यह निर्देश राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा इंदर सिंह परमार ने दिए है।
उल्लेखनीय है कि मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल का राजधानी के विद्या सागर स्कूल से गत दिवस दो शिक्षकों ने बारहवीं का  केमिस्ट्री व व्यावसायिक अध्ययन का पेपर परीक्षा शुरू होने के करीब आधा घंटा पहले सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। छोला पुलिस ने मामले में केंद्राध्यक्ष समेत चार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने विद्यार्थियों ने बारहवीं की परीक्षा दी। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की देख- बारहवीं परीक्षा एक व दो मार्च से शुरू हुई है। परीक्षा की शुरुआत के साथ ही सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की सूचनाएं चलती रही। इसके बाद बैतूल, खरगौन, दमोह आदि जिलों में ठेके पर नकल कराते शिक्षक पकड़े गए। मामले में ठेके पर नकल वाले करीब 35 शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है। वहीं, कई शिक्षकों को सस्पेंड किया गया है।  मंत्री स्कूल शिक्षा इंदर सिंह परमार के निर्देश के बाद बाद अब निलंबित शिक्षकों की बर्खास्तगी की कार्यवाही शुरू होने जा रही है।
ड्यूटी पर तैनात जिम्मेदार नदारद
पेपर लीक होने के बाद परीक्षा केंद्रों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र जारी कर कहा था कि दसवीं- बारहवीं के पेपर राजस्व अधिकारियों की परीक्षा केंद्राध्यक्ष के साथ थानों से प्रश्न पत्र निकलवाकर परीक्षा केंद्र तक साथ जाएंगे। परीक्षा केंद्र में सील्ड पेपर खुलवाकर वितरण के बाद निकलेंगे। राजधानी में कलेक्टर द्वारा ड्यूटी लगाए जाने के बाद भी दसवीं-बारहवीं परीक्षा में पांच परीक्षा केंद्रों पर पटवारी नहीं पहुंचे। उधर दसवीं-बारहवीं के गैस पेपर (परीक्षा में आने वाले संभावित प्रश्न) सोशल मीडिया पर बेचने वाले एक और आरोपी को क्राइम ब्रांच ने रीवा के कोतवानी थाना इलाके से 19 साल के बृजेश पटेल पिता कमलेश्वर पटेल को गिरफ्तार किया है। आरोपी ग्रेजुएशन कर रहा है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने दूसरे सोशल मीडिया ग्रुप से गैस पेपर निकाले। इन पेपर को सोशल मीडिया के दूसरे ग्रुप में डाल दिया। इसमें कहा गया कि पेपर खरीदना है, तो एक हजार रुपए क्यूआर कोड पर पेमेंट कर देना। करीब दो सौ छात्रों ने पेमेंट कर पेपर ले लिए। वह गैस पेपर से डेढ़ लाख रुपए से ज्यादा कमाई कर चुका है। गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने एक दिन पहले शनिवार को मंडीदीप, रायसेन निवासी कौशिक दुबे पिता श्याम कुमार दुबे को भी गैस पेपर बेचने के मामले में गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच अभी तक मूल पेपर लीक करने वाले आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है।

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