
नई दिल्ली। आगामी विधानसभा चुनावों में ‘इंडिया ‘गठबंधन के सहयोगियों के बीच सहमति अच्छी होती, लेकिन समूह में बहुमत की राय यह रही है कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार यह टिप्पणी की। येचुरी की ओर से यह बयान तब सामने आया है जब आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के दल आपस में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में सीट बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस से नाखुशी जाहिर की थी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा था कि विपक्षी गठबंधन के भीतर स्थिति ठीक नहीं है।
माकपा की केंद्रीय समिति की रविवार को संपन्न हुई बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए येचुरी ने कहा कि समिति ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के लिए उम्मीदवारों की सूची को मंजूरी दे दी है, जबकि तेलंगाना में बातचीत चल रही है। समिति ने राजस्थान के लिए 17 उम्मीदवारों की सूची का समर्थन किया है, जिसमें दो मौजूदा माकपा विधायक शामिल हैं। पार्टी छत्तीसगढ़ में तीन और मध्य प्रदेश में चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या सीटों पर फैसला इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर लिया गया, येचुरी ने कहा, ‘हम कांग्रेस के साथ बातचीत कर रहे हैं। तेलंगाना में बातचीत चल रही है, अन्य तीन राज्यों में हमारा कांग्रेस के साथ (विधानसभा चुनाव के लिए) कोई समझौता नहीं है।’
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इंडिया गठबंधन में अंदरूनी कलह के बारे में अब्दुल्ला की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर येचुरी ने कहा कि राज्य में एक साथ चुनाव लड़ना गठबंधन के लिए अच्छा होता, लेकिन उन्होने कहा कि आम समझ यह है कि गठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए है।
येचुरी ने कहा, इंडिया गठबंधन में बहुमत की राय है कि गठबंधन 2024 के संसदीय चुनावों और भाजपा को राज्यों की शक्तियों नियंत्रित करने से दूर रखने के लिए है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि यह राज्यों (चुनावों) में भी हो पाता। विधानसभा चुनाव में अधिक समन्वय, सहयोग होना चाहिए था, यह 2024 में मददगार होता।