भारत को दुनिया की फार्मेसी कहा जाता है: मनसुख मंडाविया

 मनसुख मंडाविया

गांधीनगर। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को गुजरात के गांधीनगर में आयोजित च्वन अर्थ वन हेल्थ – एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया २०२३ज् कार्यक्रम का उद्घाटन किया और इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डेढ़ लाख से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आगे उन्होंने कहा कि हम वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने के लिए भी लगातार प्रयास कर रहे हैं। आज भारत को दुनिया की फार्मेसी कहा जाता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत सर्वोदय के लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। १,५०,००० से अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के साथ-साथ दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त कर रहा है। आगे बोले कि वैश्विक आपूर्ति में २० फीसदी हिस्सेदारी के साथ भारत जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा प्रदाता है। हम वैश्विक टीकों में भी लगभग ६० फीसदी का योगदान करते हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने एडवांटेज हेल्थ केयर इंडिया – वन स्टॉप डिजिटल पोर्टल फॉर पेशेंट और वर्कफोर्स मोबिलिटी पोर्टल लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि पोर्टल आज स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों का ठोस समाधान पेश करेगा। भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि देश आज १३ लाख एलोपैथिक डॉक्टरों, आठ लाख आयुष डॉक्टरों और ३४ लाख नर्सों और दाइयों के कार्यबल के साथ काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इस अत्यधिक योग्य और कुशल कार्यबल के माध्यम से, भारत कार्यबल गतिशीलता की एक संगठित प्रणाली में योगदान करने की योजना बना रहा है, जिसमें भारत के स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर वैश्विक समुदाय की सेवा के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करते हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा मूल्य यात्रा या चिकित्सा पर्यटन अधिक ज्ञान-साझा करने, टिकाऊ साझेदारी और एक मजबूत वैश्विक स्वास्थ्य वास्तुकला के निर्माण में योगदान देने वाली बढ़ती सहक्रियाओं को सक्षम करेगा।

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