
मुंबई। महायुति सरकार में मंत्री पद न मिलने से नाराज चल रहे एनसीपी नेता छगन भुजबल ने मंत्री धनंजय मुंडे को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कोई अपना पद खो दे। मैं किसी और को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद मंत्री पद नहीं चाहता हूं। भुजबल राज्य की सियासत में उनके कद की अनदेखी और देवेंद्र फडणवीस की सरकार में उन्हें कोई मंत्री पद न मिलने से नाराज चल रहे हैं। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि अगर आप अपनी नौकरी में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और फिर भी उसे खो देते हैं, तो आपको कैसा लगेगा, क्या आपको गुस्सा नहीं आएगा? क्या आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे? मैं कभी नहीं चाहूंगा कि कोई अपना पद खो दे।
पिछले दिनों एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा था कि मैंने जानबूझकर कुछ समय के लिए राजनीति से ब्रेक लिया। मैं 1967 से राजनीति में सक्रिय हूं, लेकिन कभी-कभी राजनीतिक दिमाग को आराम की जरूरत होती है। भुजबल ने यह भी स्पष्ट किया कि सीएम फडणवीस ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा नहीं किया था। उन्होंने कहा, फडणवीस ने केवल इतना कहा था कि चलो सात से आठ दिन प्रतीक्षा करते हैं और इस पर चर्चा करते हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और अपनी टीम में 39 नए सदस्यों को शामिल किया। इसमें भाजपा से 19, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से 11 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा से नौ विधायक शामिल थे।
भुजबल उन 10 मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें नयी मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया है, जिसमें 16 नए चेहरे हैं। महाराष्ट्र के बीड में सरपंच हत्या मामले को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में तनातनी जारी है। विपक्ष इस मामले में राकांपा नेता धनंजय मुंडे को कैबिनेट से हटाने की मांग कर रहा है। धनंजय मुंडे महाराष्ट्र के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री हैं। दरअसल, सरपंच हत्या और जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार वाल्मिक कराड को धनंजय मुंडे का करीबी बताया जा रहा है।