
नई दिल्ली। पीएम मोदी की यात्रा के दौरान अमेरिका के पू्र्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय अल्पसंख्यकों को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद से भाजपा नेता उन पर खूब निशाना साध रहे हैं। भाजपा नेता और और कहा कि कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करेगा जो भारत की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और जो लोग ऐसा कर रहे हैं पहले भारत के अधिकारों और संस्कृति को समझें।
नकवी ने कहा कि क्या आज देश में 1984 जैसे दंगे नहीं हो रहे हैं अगर आप भारत विरोधी लोगों के आधार पर भारत के बारे में दुष्प्रचार करने की कोशिश करेंगे तो कोई भी इस पर विश्वास नहीं करेगा। आज देश में समाज के सभी वर्गों का विकास हो रहा है। कुछ लोगों ने विदेशों से भारत के खिलाफ बयान दिए, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ बयान देने वालों पर विपक्ष के किसी भी नेता ने न तो उनकी निंदा की और न ही उनके बारे में कोई बयान दिया।
आगे उन्होंने कहा कि दुनिया में रहने वाले 10 मुसलमानों में से एक मुसलमान भारत में रहता है। हमारे देश में तीन लाख से अधिक मस्जिदें, धार्मिक स्थान और लगभग इतने ही अन्य धार्मिक स्थान हैं। इसी तरह, 50,000 से अधिक पंजीकृत अल्पसंख्यक संस्थान, मदरसे और भी बहुत कुछ हैं। यह एक ऐसी जगह है जहां लोग पूरी ताकत के साथ आजादी और संवैधानिक अधिकारों के साथ शिक्षा भी प्राप्त कर रहे हैं।
नकवी ने ओबामा को भारत के खिलाफ बयान देने से पहले भारत के अधिकारों और संस्कृति को समझने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो लोग हमें ज्ञान दे रहे हैं उन्हें हमारे देश के अधिकारों और संस्कृति को समझना चाहिए। हम धर्मनिरपेक्षता का झंडा फहरा रहे हैं और यही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संस्कृति है। यह संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लिया है।
एक इंटरव्यू में बराक ओबामा ने कहा कि अगर मैं प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करता, जिन्हें मैं अच्छी तरह जानता हूं, तो मैं उनसे कहता कि अगर वह भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करेंगे, तो ऐसी आशंका है कि किसी पॉइंट पर आकर भारत टूट सकता है। ओबामा ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को पीएम मोदी से मुलाकात में भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर बात करनी चाहिए।