
बिच्छू डॉट कॉम। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि टेपिंग जासूसी का मामला अत्यंत गंभीर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में संसद में इस पर बहस होनी चाहिए। खड़गे ने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है और इसकी जांच होनी चाहिए लेकिन् उससे पहले इस पर संसद में चर्चा जरूरी है। इस बारे में उन्होंने पहले सभापति तथा बाद में उपसभापति से नियम 167 के तहत बहस कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार को संसद में प्रश्नकाल, शून्य काल तथा अन्य सभी कार्यवाही को स्थगित कर इस मुद्दे पर बहस करानी चाहिए।
खड़गे ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिए और प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री को इस बारे चर्चा के दौरान संसद में मौजूद रहना चाहिए। बता दें कि इजरायल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ द्वारा तैयार पेगासस स्पाईवेयर भारत में इन दिनों खूब चर्चा में हैं। दरअसल भारत में इसके जरिए कई पत्रकारों और चर्चित हस्तियों के फ़ोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है।
गौरतलब है कि, पेगासस को लेकर मचे हंगामे के बीच पेगासस स्पाईवेयर को तैयार करने वाली इजरायल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने सफाई दी है। एएनआई के सवालों का जवाब देते हुए एनएसओ ने कहा है कि ये एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है।