
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि जापान के सहयोग से बन रही 15 अरब डॉलर की मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना 2028 तक चालू हो जाएगी। फडणवीस ने परियोजना में देरी के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य अगले चार महीनों में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से 50 अरब डॉलर जुटाएगा। शिव सेना के उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना फडणवीस ने कहा कि 2022 तक के दो साल के शासन में इस परियोजना को नुकसान हुआ, लेकिन अब काम पूरे जोरों पर है। उन्होंने स्वीकार किया कि इस मामले में गुजरात, महाराष्ट्र से आगे है।
एक कार्यक्रम में फडणवीस ने कहा कि वधवन पोर्ट अगले 3-4 साल में शुरू हो जाएगा। यह बंदरगाह समुद्र में जमीन बनाकर विकसित किया जा रहा है और इससे लॉजिस्टिक्स की लागत कम होगी। उन्होंने बताया कि वधवन पोर्ट के पास ही बुलेट ट्रेन का स्टॉप भी होगा। साथ ही, यहां समुद्र पर एक हवाईअड्डा भी बनेगा। सीएम ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने परियोजना को रोकने का फैसला लिया। इस वजह से परियोजना में 2.5 साल की देरी हुई। अगर हम बुलेट ट्रेन पर 70,000 से 80,000 करोड़ रुपये निवेश कर रहे हैं और 2.5 साल तक काम रोक रहे हैं, तो उस पर लगने वाले ब्याज का बोझ कौन उठाएगा। दूसरी ओर गुजरात में बुलेट ट्रेन का काम तेजी से हुआ।
फडणवीस ने कहा कि एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के जीएसडीपी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है। 2014-19 के बीच मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले कार्यकाल के दौरान बुनियादी ढांचे के निर्माण में 30 अरब डॉलर का निवेश किया गया था और अब महत्वपूर्ण परियोजनाओं में अधिक धन लगाया जा रहा है। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र नासिक से वधवन पोर्ट तक एक हाईवे भी बना रहा है, जिससे राज्य के 17 जिले इस आधुनिक बंदरगाह से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास के बिना राज्य का एक ट्रिलियन डॉलर के जीएसडीपी का लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता।