
नई दिल्ली। दिल्ली में हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद जैसी घटनाओं को बिना सजा के नहीं छोड़ा जा सकता। सरकार ने इस हमले को आतंकी घटना घोषित किया है और जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका सामने आई है। थरूर ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। थरूर ने आगे कहा कि सरकार ने जो निष्कर्ष निकाला है, वह सबूतों पर आधारित है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों ने पुख्ता सबूत जुटाने के बाद ही इसे आतंकी हमला घोषित किया है।
थरूर ने कहा कि ऐसे मामलों में देश को एकजुट रहना चाहिए और आतंक के खिलाफ एक स्वर में जवाब देना चाहिए। थरूर ने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और कहा कि आने वाले हफ्तों और महीनों में सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को भी सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देनी चाहिए। थरूर ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
थरूर ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को किसी भी तरह की छूट नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह संगठन भारत के लिए वैध निशाना था। आतंकवादी संगठनों को किसी भी प्रकार की ‘इम्युनिटी’ या सुरक्षा नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि उनका मकसद निर्दोष लोगों की जान लेना होता है। थरूर ने कहा कि भारत हमेशा से संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संधि का समर्थन करता रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास जो सूचनाएं हैं, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए भारत की नीति स्पष्ट है। आतंक को न बर्दाश्त करना और न ही नजरअंदाज करना।
