
मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं से आंतरिक मतभेदों को दूर करने का आग्रह किया, जिससे आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि एक संगठन में कार्यकर्ता अलग-अलग दिशाओं में काम करते हैं तो वह कभी सफल नहीं होता। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शाह ने कहा कि एक परिवार में भी मतभेद होते हैं। अगर किसी विधायक या संसद सदस्य को लेकर निराशा है, तो एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजा जाना चाहिए ताकि मतदाता पार्टी के साथ बने रहें।
शाह ने मुंबई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के एक चुनिंदा समूह के साथ बैठक की। इसमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार मौजूद थे। इस दौरान शाह ने सभा को संबोधित करते हुए स्थानीय नेताओं से कहा कि वे हर मतदान केंद्र पर दस कार्यकर्ता नियुक्त करें और ये कार्यकर्ता दशहरा से लेकर प्रचार के आखिरी दिन तक बूथ क्षेत्र में सक्रिय रहें। इसके अलावा, शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पार्टी में नए सदस्य बनाते समय वोट मांगने से बचें। उन्होंने कहा कि नए सदस्यों को पंजीकरण करते समय भाजपा को वोट देने के लिए नहीं कहना चाहिए। एक बार सदस्य बन जाने के बाद उन्हें मतदान का महत्व समझ में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर 20 नए मतदाताओं को जोड़ने की इच्छा रखनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले ने बाद में संवाददाताओं से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया, ‘शाह ने महाराष्ट्र भाजपा से ‘घर चलो अभियान’ शुरू करने को कहा है, जो हमारी सरकार के विकास कार्यों के संदेश को राज्य के हर घर तक पहुंचाने का अभियान है।’ उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी के बूथ-स्तरीय नेटवर्क को मजबूत करने और आगामी चुनावों में अधिक मतदान सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया। पिछले महीने, शाह ने विदर्भ क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय विधायकों के साथ-साथ उत्तरी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र का भी दौरा किया था।