
नई दिल्ली। भाजपा और आरएसएस के बीच मतभेद की अटकलों के बीच संघ के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा कि दोनों एक ही वैचारिक परिवार का हिस्सा है। उन्होंने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि दोनों के बीच कोई मतभेद नहीं है। दोनों संगठन राजनीति और समाज सेवा के अपने-अपने क्षेत्रों में काम करते हैं। आरएसएस नेता ने दोहराया कि दोनों संगठन देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी अटकलें समय-समय पर लगाई जाती हैं। अगर कोई मुद्दा नहीं मिलता है तो संघ को निशाना बनाया जाता है कि आरएसएस और भाजपा के बीच मनमुटाव है। माधव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दल ने प्रधानमंत्री मोदी पर स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में आरएसएस की प्रशंसा करने को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेताओं ने संगठन के जिक्र को संविधान और तिरंगे का अपमान बताया है।
आरएसएस नेता ने आगे कहा कि संगठन में कांग्रेस सहित सभी प्रकार की विविध राजनीतिक विचारधारा के लोगों का स्वागत है। हालांकि वो राजनीतिक लाभ के लिए संघ की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन की प्रशंसा की। माधव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संघ की 100वीं वर्षगांठ पर संगठन द्वारा राष्ट्र के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। इससे आरएसएस कार्यकर्ताओं में बहुत अच्छा संदेश गया।