निष्पक्षता से हुआ काम: निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली।  हिंदू समुदाय से जुड़े पूजा स्थलों के जीर्णोद्धार का बचाव करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि यह काम पूरी निष्पक्षता के साथ हो रहा है। सूबतों के आधार पर इसे किया जा रहा है। यह किसी भी चीज को भावनात्मक बनाने का प्रयास नहीं है। गौरतलब है कि 2019 में राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। बता दें जनवरी माह में पीएम मोदी रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचे थे।

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि मंदिरों को पुनर्स्थापित करने का काम निष्पक्षता से किया जा रहा। भावनाएं हमारे अंदर हैं, लेकिन जिस सबूत के साथ हम अदालत में जाते हैं, वह खुद सामने आना चाहिए। दस्तावेजीकरण हिंदू जीवन शैली का हिस्सा रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद बहस हमेशा से केंद्र में रही है, कई लोगों का मानना है कि इसका निर्माण काशी विश्वनाथ मंदिर के अवशेषों पर किया गया था।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि इतिहास से जुड़े दस्तावेजीकरण 11 वीं शताब्दी तक जारी रहा है। इनका उल्लेख अतीत में भारत आने वाले चीनी और फारसी विद्वानों द्वारा भी की गई है। हालांकि बाद में उसे नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि सीता राम गोयल ने काशी मंदिर और मीनाक्षी जैन ने मथुरा मंदिर पर शोधपूर्ण पुस्तक लिखी है।

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