
तेहरान। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि महिला एक नाजुक फूल है, वह कोई घरेलू नौकरानी नहीं है। महिला को घर में एक फूल की तरह माना जाना चाहिए। फूल की देखभाल की जानी चाहिए। खोमेनेई का यह बयान उस वक्त आया है जब ईरान में महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर सड़कों पर उतरकर आवाज बुलंद कर रही हैं। सख्त हिजाब कानून को लेकर महिलाएं ईरानी शासन के खिलाफ विरोध में हैं। खामेनेई ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि महिला एक नाजुक फूल है, कोई नौकरानी नहीं। महिला को घर में फूल की तरह माना जाना चाहिए। फूल की देखभाल की जानी चाहिए। इसकी ताजगी और मीठी खुशबू का लाभ उठाया जाना चाहिए और हवा को सुगंधित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
खामेनेई ने लिखा कि महिला और पुरुष एक-दूसरे के लिए बनाए गए हैं। कुरान में लिखा गया है कि अल्लाह ने तुम्हारे लिए तुम्हीं में से जोड़े बनाए हैं। पुरुष और महिलाएं अच्छे और शुद्ध जीवन की तलाश में समान हैं, जो कि मानव जाति के निर्माण का उद्देश्य है और कोई भी दूसरे से श्रेष्ठ नहीं है। कुरान में कहा गया है कि जो कोई भी नेक काम करता है, चाहे वह पुरुष हो या महिला और वह आस्तिक है, हम उसे एक अच्छा और शुद्ध जीवन देंगे।
पुरुष और महिलाओं की लैंगिक भूमिका को लेकर खामेनेई ने कहा कि परिवार में महिलाओं और पुरुषों की भूमिकाएं अलग-अलग होती हैं। पुरुष परिवार के खर्चों के लिए ज़िम्मेदार होता है, जबकि महिला बच्चे पैदा करने के लिए जिम्मेदार होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि वे श्रेष्ठ हैं। वे अलग-अलग गुण हैं। पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों की गणना इनके आधार पर नहीं की जाती है। हालांकि बौद्धिक और आध्यात्मिक क्षमताओं के मामले में दोनों में असीम संभावनाएं होती हैं और इस मामले में वे एक दूसरे से अलग नहीं हैं।