युद्ध बंदियों के आदान-प्रदान पर सहमति का स्वागत: मार्को रुबियो

मार्को रुबियो

मॉस्को। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शनिवार को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से फोन पर बात की, जिसमें शुक्रवार को इस्तांबुल में की गई यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल के बीच सीधे वार्ता के परिणामों पर चर्चा की गई। रूसी विदेश मंत्रालय ने बताया कि मार्को रुबियो ने युद्ध बंदियों के आदान-प्रदान पर सहमति का स्वागत करते हुए युद्ध विराम के लिए जारी प्रयासों में अमेरिका की समर्थन की तत्परता जताई। इसके बाद लावरोव ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के प्रयासों की सराहना की। साथ ही कहा कि रूस भी अमेरिका के साथ इस संदर्भ में काम करने के लिए तैयार है। बता दें कि यह पहली बार है जब तीन वर्षों में रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम को लेकर सीधी वार्ता हुई। इन वार्ताओं में, रूस और यूक्रेन ने 1,000 युद्ध बंदियों के आदान-प्रदान पर सहमति जताई। साथ ही संघर्ष विराम के लिए अपने-अपने प्रस्ताव तैयार करने की बात की। वहीं यूक्रेन ने राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन के बीच सीधे बैठक की मांग भी की।

वहीं इस मामले में क्रीमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि एक बार सहमति बनने के बाद पुतिन और जेलेंस्की के बीच बैठक की संभावना से इंकार नहीं किया गया। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच विचारधाराओं में बड़ा अंतर है और समाधान केवल तब संभव होगा जब पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक हो, जिसके लिए गहन तैयारी की आवश्यकता होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह यूक्रेन युद्ध पर बात करने के लिए सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात करेंगे। ट्रंप ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह यूक्रेन में रक्तपात रोकने को लेकर पुतिन से बात करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पुतिन से बात करने के बाद उनकी यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और नाटो के सदस्यों से भी बात करने की योजना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बातचीत सार्थक होगी।

गौरतलब है कि शुक्रवार को तीन साल में पहली बार रूस-यूक्रेन के बीच हुई शांति वार्ता बेनतीजा रही। तुर्किये के इस्तांबुल में हो रही वार्ता में यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। दो घंटे से भी कम समय तक चली बैठक में संघर्ष विराम पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। हालांकि यूक्रेन के एक सूत्र ने रूस की मांगों को अवास्तविक और पहले से कहीं अधिक अस्वीकार्य करार दिया। रूस ने वार्ता पर संतुष्टि जताई और दोनों पक्षों ने 1,000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई। हालांकि, जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि यदि मॉस्को ट्रंप के 30-दिवसीय संघर्षविराम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो पश्चिम को कठोर प्रतिबंध लगाने चाहिए। वार्ता समाप्त होते ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ट्रंप और फ्रांस, जर्मनी व पोलैंड के नेताओं के साथ फोन पर चर्चा की।

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