
गाजा के हालात को लेकर फलस्तीनी राजदूत ने इस्राइल की निंदा की है। भारत में फलस्तीनी राजदूत अब्दुल्ला अबू शावेश ने कहा कि गाजा के साथ संघर्ष इस्राइल का क्रूर आक्रमण है। यह नरसंहार जल्द खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 642 दिनों से चल रहे इस संघर्ष में 10 हजार लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इस्राइल-गाजा संघर्ष को लेकर फलस्तीनी राजदूत अब्दुल्ला अबू शावेश ने कहा कि मुझे हर समय किसी की छोटी-मोटी शब्दावली को सुधारने के अलावा कोई और विकल्प नहीं मिलता, जो बहुत जरूरी है। गाजा में संघर्ष नहीं हो रहा है। यह एक इस्राइली क्रूर नरसंहार है और यह 642 दिनों से जारी है। इस नरसंहार की कीमत हमें 1,00,000 निर्दोष नागरिकों, उनमें से अधिकांश महिलाओं और बच्चों को चुकानी पड़ रही है। हम इसे कैसे देखते हैं? हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द इस युद्ध का अंत होगा।
उन्होंने कहा कि युद्धविराम तब होता है जब दो सेनाएं एक-दूसरे के ख़िलाफ़ लड़ रही होती हैं और कहा कि गाजा में ऐसा नहीं है। मैं गाजा संघर्ष के संबंध में युद्धविराम की बात नहीं कर सकते, बल्कि इस्राइल और अमेरिका द्वारा गाजा में युद्ध समाप्त करने की बात कर सकते हैं। अमेरिकी, इस्राइलियों के हाथों में है। कई पश्चिमी देशों के समर्थन और उनकी पूरी मिलीभगत से इस्राइल गाजा और पश्चिमी तट पर फलस्तीन लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है। इस युद्ध में हमें हजारों नागरिक गंवाने पड़े। इसलिए हम युद्धविराम की बात नहीं कर सकते। हम गाजा पर इस्राइली, अमेरिकी-इस्राइली युद्ध को समाप्त करने की बात कर सकते हैं।
अब्दुल्ला अबू शावेश ने कहा कि भारत फलस्तीन में कई परियोजनाएं चला रहा है। जो वहां विकास को बढ़ावा दे रही हैं। अब समय आ गया है कि भारत सरकार फलस्तीन में सतत विकास पर और अधिक परियोजनाएं चलाए। इस्राइल और हमास संघर्ष में भारत की भूमिका पर उन्होंने कहा कि फलस्तीनियों का समर्थन जारी रखना। वे पहले कैसे फलस्तीनियों का समर्थन करते थे, जैसे सवाल यह है कि वे अब भी फलस्तीनी प्रश्न का समर्थन कैसे कर रहे हैं और मेरा मतलब है कि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय या सतत विकास के मुद्दे पर फलस्तीनियों का समर्थन करना जारी रखना।