
कुआलालंपुर। चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने एकतरफा नीतियों की निंदा की और कहा कि दुनिया को व्यापार के मामले में फिर ‘जंगल के कानून’ की ओर नहीं लौटना चाहिए। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ ही दिनों बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग की बैठक होने वाली है। कियांग ने यह बयान मलयेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आयोजित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के शिखर सम्मेलन के दौरान दिया। यह बयान ऐसे समय में आया, जब चीन और अमेरिका ने घोषणा की है कि वे एक संभावित व्यापार समझौते पर प्रारंभिक सहमति तक पहुंच चुके हैं। साथ ही, वॉशिंगटन ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि अब बीजिंग से आने वाले सामानों पर 100% टैरिफ लगाने का मुद्दा चर्चा से बाहर हो गया है।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, ली कियांग ने कहा, आर्थिक वैश्वीकरण और बहुध्रुवीयता अब अपरिवर्तनीय है। दुनिया को ऐसे जंलग के कानून की ओर नहीं लौटना चाहिए, जहां ताकतवर कमजोर को दबाते हैं। माना जा रहा है कि उनकी यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से कई देशों पर लगाए गए टैरिफ को लेकर थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष जिनपिंग गुरुवार को दक्षिण कोरिया में मुलाकात करने वाले हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच चल रहे व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिए एक समझौते पर चर्चा होगी। ट्रंप ने जापान रवाना होते समय कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गुरुवार को जिनपिंग से मुलाकात के दौरान एक समझौता हो सकता है।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने रविवार को सीबीएस न्यूज से बातचीत में कहा कि अब राष्ट्रपति ट्रंप चीन से आने वाले सामान पर 100 फीसदी ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी नहीं देंगे। पहले अमेरिका ने यह टैरिफ इसलिए लगाने की बात कही थी, क्योंकि चीन ने कुछ खास खनिजों (रेअर अर्थ मिनरल्स) के निर्यात पर रोक लगाई थी। ये खनिज बहुत कीमती होते हैं और दुनिया की इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा उपकरण बनाने वाली फैक्ट्रियों में जरूरी होते हैं।
वहीं, चीन ने भी घोषणा की कि उसने अमेरिका के साथ संभावित व्यापार समझौते पर मूलभूत सहमति हासिल कर ली है। चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सहमति कुआलालंपुर में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान दो दिनों तक चली बातचीत के बाद बनी। इन वार्ताओं में चीन के उप प्रधानमंत्री हे लीफेंग और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के नेता, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट तथा अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीयर शामिल थे।
