
बिच्छू डॉट कॉम। पाकिस्तान का तालिबान प्रेम शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की मीटिंग में भी दिखा है। पाक के पीएम इमरान खान ने एक बार फिर से तालिबान का राग अलापते हुए कहा है कि दुनिया को अफगानिस्तान की मदद करनी होगी। इमरान खान ने SCO को संबोधित करते हुए कहा कि अफगानिस्तान को बाहर से नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। इमरान खान ने कहा कि इस्लामाबाद की ओर से अफगानिस्तान को मदद की जाती रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तालिबान को अपनी ओर से किए हुए वादों को पूरा करना होगा। इससे पहले भी इमरान खान कई बार तालिबान का खुलकर समर्थन कर चुके हैं। शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की 20वीं बैठक को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय संकट को टालने के लिए वैश्विक स्तर पर मदद करनी होगी। इमरान खान ने तालिबान का बचाव करते हुए कहा कि फिलहाल अफगानिस्तान की सरकार विदेशी मदद पर निर्भर है। इमरान खान ने कहा, ‘तालिबान को उन वादों को पूरा करना होगा, जो उसने किए हैं। शांतिपूर्ण और स्थिर अफगानिस्तान से पाकिस्तान के भी हित जुड़े हैं और इसके लिए हम काम करते रहेंगे।’ इसके साथ ही इमरान खान ने कहा कि अफगानिस्तान में कोई बाहरी दखल नहीं होना चाहिए।
बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था। उसके बाद से ही देश में अशांति का माहौल है। एक तरफ अमेरिका ने अपने फेडरल बैंक में जमा अफगानिस्तान की 9 अरब डॉलर की पूंजी को फ्रीज कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ आईएमएफ ने अपने संबंधों को खत्म कर लिया है। आईएमएफ का कहना है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान को मान्यता नहीं मिलती है, तब तक उसके संसाधनों तक उसकी पहुंच नहीं होगी। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी से संबंधित है। क्षेत्र की समस्याओं का मूल कारण बढ़ती कट्टरता है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रमों ने कट्टरपंथ से उत्पन्न चुनौती को और अधिक स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि एससीओ को इस्लाम से जुड़े उदारवादी, सहिष्णु तथा एवं समावेशी संस्थानों और परम्पराओं के बीच मजबूत सम्पर्क विकसित करने के लिए काम करना चाहिए।