संघर्ष विराम समझौते के बाद क्षेत्र अब मौलिक रूप से बदल गया है: जो बाइडन

जो बाइडन

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस्राइल हमास युद्ध विराम समझौते का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम समझौते के बाद क्षेत्र मौलिक रूप से बदल गया है। असहनीय दर्द, मौत और जानमाल की हानि के बाद गाजा में बंदूकें शांत हो गईं। बाइडन ने कहा कि मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि जिस रास्ते पर हम चल रहे थे उसे छोड़ देने से हम युद्ध विराम तक नहीं पहुंच पाते। बल्कि इससे क्षेत्र में व्यापक युद्ध छिड़ने का जोखिम पैदा हो जाता। इससे बहुत से लोग डरते थे। अब क्षेत्र में मौलिक परिवर्तन हो गया है।

बाइडन ने कहा कि हमास के कई शीर्ष नेता मारे जा चुके हैं। युद्ध को बढ़ावा देने वालों को अमेरिका के सहयोग से इस्राइल ने बुरी तरह से कमजोर कर दिया। हिजबुल्ला भी अब कमजोर पड़ चुका और उसका नेतृत्व भी खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि इस्राइल की सैन्य कार्रवाइयां सफल रहीं। इसके चलते लेबनान को हिजबुल्ला को छोड़ना पड़ा। इसका असर हुआ कि लेबनान में नए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ।

बाइडन ने यह भी कहा कि सीरिया में असद का शासन खत्म हो गया है। इससे लेबनान तक ईरान की पहुंच खत्म हो गई। ईरान अब कमजोर स्थिति में है। बाइडन ने कहा कि अब अगले प्रशासन पर यह निर्भर है कि वह इस समझौते को लागू करने में उनकी मदद करेगा। मुझे खुशी है कि हमारी टीम ने अंतिम दिनों में एक स्वर में बात की। यह आवश्यक, प्रभावी और अभूतपूर्व था। बता दें कि 7 अक्तूबर 2023 को हमास के हमले के साथ शुरू इस्राइल-हमास युद्ध में हजारों लोगों की जान चली गई। वहीं लाखों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। इस संघर्ष के दौरान मिस्र, कतर, अमेरिका जैसे कई देशों ने दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य करने का प्रयास किया। आखिरकार इस्राइल ने 15 जनवरी को युद्ध विराम समझौता और बंधको की रिहाई पर सहमति जताई।

शपथ ग्रहण से पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने मध्य पूर्व में स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम उठाते हुए एक ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता हासिल किया है। यह समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के कारण संभव हो सका। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बंधकों को रिहा किया गया है। ट्रंप ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति होता तो इस्राइल-हमास संघर्ष कभी नहीं होता।

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