भारत-कनाडा के व्यापार समझौते को फिर गति देने की तैयारी: अनीता आनंद

अनीता आनंद

टोरंटो। भारत और कनाडा के रिश्तों में दो साल की तनातनी के बाद संबंध सुधरते नजर आ रहे है। जी20 में पीएम कार्नी और पीएम मोदी की बैठक के बाद दोनों देशों ने रुकी हुई ट्रेड डील बातचीत फिर शुरू करने पर सहमति जताई है। ऐसे में कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने कहा कि कनाडा नई विदेश नीति के तहत भारत के साथ व्यापार को तेजी से आगे बढ़ाएगा, ताकि बदलते वैश्विक माहौल में आर्थिक साझेदारी मजबूत की जा सके। विदेश मंत्री अनीता आनंद ने इस बात पर भी जोर दिया कि कनाडा और भारत जल्द ही नई व्यापारिक साझेदारी (ट्रेड डील) पर तेजी से काम आगे बढ़ाएंगे। पिछले दो साल से दोनों देशों के संबंध तनाव में थे, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। आनंद ने बताया कि कनाडा ने अपनी विदेश नीति को भी बदला है, ताकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेड वॉर जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सके।

विदेश मंत्री अनीता आनंद ने आगे कहा कि दोनों देश उम्मीद कर रहे हैं कि 2030 तक आपसी व्यापार को बढ़ाकर 50 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि कनाडा अभी भारत का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत में महत्वपूर्ण विदेशी निवेशक भी। कार्नी अगले साल भारत की यात्रा करेंगे। बता दें कि दोनों देशों के संबंध 2023 से तब से खराब चल रहे थे, जब कनाडाई पुलिस ने आरोप लगाया था कि वैंकूवर के पास एक सिख कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका थी। निज्जर, जो कनाडा में पल्याम्बिंग व्यवसाय चलाते थे और खालिस्तान आंदोलन से जुड़े थे, जून 2023 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा में रहने वाले चार भारतीय नागरिक इस हत्या के मामले में गिरफ्तार हैं और मुकदमे का इंतज़ार कर रहे हैं। इस विवाद के बाद 2023 में कनाडा ने भारत के साथ व्यापार वार्ता रोक दी थी।

हालांकि तनाव के बाद 2024 में रिश्ते सुधारने के संकेत मिलने लगे। जून में पीएम कार्नी ने मोदी को अल्बर्टा में जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया। अगस्त में दोनों देशों ने अपने शीर्ष राजनयिकों को वापस नियुक्त किया। अनिता आनंद ने कहा कि पिछले छह महीनों में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। गौरतलब है कि कनाडा दुनिया के सबसे ज्यादा व्यापार-निर्भर देशों में से एक है। उसकी 75% से ज्यादा निर्यात अमेरिका जाता है। लेकिन 2026 में यूएसएमसीए समझौते की समीक्षा है और दुनिया भर में संरक्षणवाद (प्रोटेक्शनिज्म) बढ़ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री कार्नी का लक्ष्य है कि अगले दस साल में अमेरिका के बाहर का व्यापार दोगुना किया जाए। इसी रणनीति के तहत कनाडा की भारत के साथ व्यापार बढ़ाने और चीन के साथ भी संबंध सुधारने की कोशिशें जारी हैं। पिछले महीने कार्नी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की दिशा में कदम बढ़ाया।

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