हवाई क्षेत्र में घुसे रूसी ड्रोन मार गिराए: पोलैंड

 पोलैंड

पोलैंड की सेना ने दावा किया कि उन्होंने रूस के ड्रोन्स को मार गिराया है। पोलैंड का कहना है कि रूसी ड्रोन्स ने यूक्रेन पर हमले के दौरान उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। पोलैंड की सेना ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘आज रूस द्वारा जब यूक्रेन पर हमला किया जा रहा था, तो उस दौरान रूसी ड्रोन्स जैसी चीजों ने बार-बार हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इन वस्तुओं की पहचान कर उन्हें तबाह कर दिया गया।’ बयान में कहा गया है, ‘पोलिश हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल कमांडर ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं। पोलैंड के विमान और सहयोगी विमान हमारे हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे हैं, और जमीनी वायु रक्षा और रडार टोही प्रणालियां भी अलर्ट पर हैं।’ रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से यह पहली बार है जब पोलैंड ने अपने हवाई क्षेत्र में किसी ड्रोन को निशाना बनाया है। यह घटना ऐसे समय घटी है, जब पोलैंड के राष्ट्रपति ने मंगलवार को ही अपने एक बयान में चेतावनी दी कि रूस, अन्य यूरोपीय देशों पर भी हमला कर सकता है।

अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) के अनुसार, हमले के बाद, पोलैंड ने एहतियातन अपने वारसॉ स्थित अपने मुख्य चोपिन हवाई अड्डे सहित चार हवाई अड्डों को बंद कर दिया। पोलैंड के दक्षिण-पूर्व में स्थित रजेजो-जसियोंका हवाई अड्डे को भी बंद कर दिया गया है। बता दें कि रजेजो-जसियोंका हवाई अड्डा यूक्रेन के लिए यात्रियों और हथियारों के परिवहन का केंद्र है। यूक्रेनी वायु सेना ने बताया था कि रूसी ड्रोन नाटो-सदस्य पोलैंड के हवाई क्षेत्र में घुस आए हैं, लेकिन बाद में टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप से इस बयान को हटा दिया गया।

पोलैंड भौगोलिक तौर पर पूर्वी यूरोपीय देश है, जिसकी सीमा बेलारूस और यूक्रेन से लगती हैं। पोलैंड यूरोपीय संघ और नाटो का सदस्य है और यूक्रेन, माल्दोवा आदि देशों को भी नाटो में शामिल करने का समर्थक है। यही वजह है कि अमेरिका और रूस दोनों महाशक्तियों की पोलैंड में रुचि होती है। रूस के यूक्रेन पर हमले का पोलैंड द्वारा विरोध किया जा रहा है और पोलैंड खुलकर यूक्रेन की मदद भी कर रहा है। हालांकि पोलैंड को डर है कि रूस, बेलारूस के साथ मिलकर उसकी संप्रभुता को नुकसान पहुंचा सकता है। रूस और उसका सहयोगी बेलारूस जल्द ही बेलारूस में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाले हैं, जिससे पोलैंड के साथ-साथ नाटो के अन्य सदस्य देश लातविया और लिथुआनिया भी बेचैन हैं।

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