डरने की जरूरत नहीं, गर्व के साथ हनुक्का मनाएं: ट्रंप

 ट्रंप

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हनुक्का (यहूदी त्योहार) मनाने वाले लोगों को डरने की जरूरत नहीं है और उन्हें गर्व के साथ जश्न मनाना चाहिए। यह बात उन्होंने तब कही जब ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर यहूदी समुदाय के लोगों को गोलीबारी में निशाना बनाया गया। इस हमले में 16 लोगों की मौत हुई। सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। एक पत्रकार ने ट्रंप से फोन पर बातचीत के बाद उनका संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का संदेश साफ है कि हनुक्का मनाने वालों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, उन्हें गर्व के साथ जश्न मनाना चाहिए और अपनी पहचान पर गर्व करना चाहिए।

ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है, जब ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं। ऑस्ट्रेलियाई सरकार के मुताबिक, देश में आतंकवादी हमले की संभावना बनी हुई है और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। न्यू साउथ वेल्स पुलिस के मुताबिक, इसका मतलब है कि अगले 12 महीनों में किसी आतंकवादी हमले की योजना बनने या उसके अंजाम दिए जाने की संभावना 50 फीसदी से अधिक है। ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि देश की सुरक्षा स्थिति एक संवेदनशील दौर में प्रवेश कर चुकी है और नए तरह के खतरों का सामना कर रही है। एजेंसी ने चेतावनी दी कि कम लागत में ऐसे हमले किए जा सकते हैं, आसानी से मिलने वाले हथियार और सरल तरीके इस्तेमाल होते हैं। ऐसे हमले अक्सर बड़े शहरों की भीड़भाड़ वाली जगहों पर किसी अकेले व्यक्ति या छोटे समूह द्वारा किए जा सकते हैं।

पुलिस ने पुष्टि की है कि सिडनी के मशहूर बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुई गोलीबारी में 16 लोगों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, घटना के समय वहां एक हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। पुलिस ने बताया कि यह हमला सिडनी के यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था। दो संदिग्ध हमलावरों में से एक को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि दूसरा हिरासत में है और उसकी हालत गंभीर है। पुलिस ने अभी संदिग्धों की पहचान सार्वजनिक नहीं की है और यह भी जांच की जा रही है कि कहीं कोई तीसरा हमलावर तो शामिल नहीं था।

इस्राइल के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मरने वालों में एक इस्राइली नागरिक भी शामिल था। मंत्रालय ने बताया कि एक अन्य इस्राइली नागरिक घायल हुआ है और सिडनी के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। घटना के कुछ घंटों बाद गोलीबारी को ‘आतंकवादी हमला’ घोषित किया गया। पुलिस ने कहा कि हनुक्का के पहले दिन हमले का समय और इस्तेमाल किए गए हथियारों सहित अन्य परिस्थितियों को देखते हुए यह फैसला लिया गया।

Related Articles