पाकिस्तान। पाकिस्तान के लाहौर की आतंकवाद-रोधी अदालत ने आगजनी, पुलिस के खिलाफ हिंसा, तोड़फोड़ और जिले शाह हत्या से संबंधित तीन मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को अंतरिम जमानत दे दी। पाकिस्तान के मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तीन मामलों में अंतरिम जमानत 13 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है।
गौरतलब है, पाकिस्तानी पुलिस ने इस साल मार्च में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और एक दर्जन से अधिक पीटीआई नेताओं के खिलाफ आतंकवाद का मामला दर्ज किया था। उनके खिलाफ तोड़फोड़, सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने और यहां न्यायिक परिसर के बाहर अशांति पैदा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, इस्लामाबाद न्यायिक परिसर के बाहर शनिवार को उस वक्त झड़पें हुईं, जब इमरान खान तोशाखाना मामले की बहुप्रतीक्षित सुनवाई में शामिल होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे थे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव के दौरान 25 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
गिरफ्तार पीटीआई कार्यकर्ताओं और पार्टी के वांछित नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस्लामाबाद पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में लगभग 17 पीटीआई नेताओं के नाम हैं। प्राथमिकी में कहा गया है कि कार्यकर्ताओं ने पुलिस जांच चौकी और न्यायिक परिसर के मुख्य द्वार को नुकसान पहुंचाया। आगजनी, पथराव करने और न्यायिक परिसर की इमारत को तोड़ने के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। एफआईआर के मुताबिक, लगभग दो पुलिस वाहनों और सात मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया। स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएचओ) के आधिकारिक वाहन को भी नुकसान पहुंचाया गया।
70 वर्षीय इमरान खान अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे थे। उनके साथ उनके समर्थक भी काफिले में थे। सुनवाई में भाग लेने के लिए उनके इस्लामाबाद जाने के तुरंत बाद 10,000 से अधिक सशस्त्र पंजाब पुलिस कर्मियों ने लाहौर में इमरान खान के जमान पार्क आवास पर धावा बोल दिया और उनकी पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिसकर्मियों ने तोशाखाना मामले में इमरान की गिरफ्तारी को रोकने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी प्रमुख के आवास के प्रवेश द्वार पर लगे बैरिकेड्स और टेंटों को हटा दिया और वहां डेरा डाले उनके सैकड़ों समर्थकों को खदेड़ दिया। इस दौरान बुलडोजर का इस्तेमाल भी किया गया। उन्होंने घर के मुख्य गेट और दीवारों को तोड़कर अंदर की तलाशी ली गई। इस दौरान पेट्रोल बम और अन्य हथियार मिलने का भी दावा किया गया था। लाहौर में पुलिस कार्रवाई में कथित रूप से लगभग 10 कर्मचारी घायल हो गए।