
वॉशिंगटन। भारत आज 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने देशवासियों को आजादी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आधुनिक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारत और अमेरिका मिलकर काम करेंगे। मार्को रुबियो ने भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक और दूरगामी संबंधों को रेखांकित भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश मिलकर आधुनिक चुनौतियों का सामना करेंगे और अपने-अपने देशों के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेंगे। जश्न-ए-आजादी मना रहे भारतवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए रुबियो ने अपने संदेश में कहा, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र (भारत) और सबसे पुराने लोकतंत्र (अमेरिका) के बीच का यह संबंध न केवल ऐतिहासिक है बल्कि बेहद महत्वपूर्ण भी है। उन्होंने विश्वास जताया कि मिलकर काम करते हुए दोनों देश आज की जटिल और बदलती वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम होंगे।
भारत और अमेरिका के साझा दृष्टिकोण का जिक्र करते हुए रुबियो ने कहा, दोनों देशों का नजरिया एक है जो अधिक शांतिपूर्ण, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत (इंडो-पैसिफिक) क्षेत्र के निर्माण पर केंद्रित है। अमेरिकी विदेश मंत्री के मुताबिक दोनों देशों की साझेदारी विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई है। मिलकर काम करने से उद्योग जगत को मजबूती मिलने के साथ-साथ नवाचार को भी प्रोत्साहन मिलता है। महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों में नई सीमाएं तय करने के अलावा दोनों देशों की साझेदारी से अंतरिक्ष क्षेत्र तक विस्तार हुआ है। रुबियो ने यह भी रेखांकित किया कि दोनों देशों का सहयोग केवल आर्थिक या तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं है। यह वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। भारत-अमेरिका संबंधों का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दिखता है, जहां दोनों देश लोकतांत्रिक मूल्यों, नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था और आपसी सहयोग की वकालत करते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी आने वाले वर्षों में और गहरी होगी। इससे पूरी दुनिया को लाभ मिलेगा।
रुबियो के शुभकामना संदेश से इतर भारत के राष्ट्रीय समारोह में ्प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से पूरी दुनिया को संबोधित किया। उन्होंने बिना अमेरिका का नाम लिए आत्मनिर्भरता का जिक्र किया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से ‘वोकल फॉर लोकल’ और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि किसी दूसरे की लकीर को छोटी करने में अपनी ऊर्जा नहीं खपानी। हमें पूरी ताकत से अपनी लकीर लंबी करनी है, तभी पूरी दुनिया हमारा लोहा मानेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे यह बात अपने 25 साल के अनुभव के आधार पर कह रहे हैं।