
बिच्छू डॉट कॉम। अपनी अधिकांश आबादी को कोरोना का टीका लगा चुके इजराइल में एक बार फिर कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। बुधवार को लगातार दूसरे दिन 100 से अधिक नए कोरोना केस मिले हैं और इसके बाद कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों को लागू कर दिया गया है। मंगलवार को डेल्टा स्ट्रेन के 110 नए केस मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल चेजी लेवी ने घोषणा की कि जानलेवा स्ट्रेन के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा, भले ही उन्हें टीका लग चुका हो। एयरपोर्ट, सीमा और अस्पतालों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है।
करीब एक करोड़ की आबादी वाले देश में 1 करोड़ 7 लाख डोज लगाए जा चुके हैं। यहां 57 फीसदी आबादी को वैक्सीन को दोनों डोज मिल चुकी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 110 केसों में 87 का प्रसार देश के भीतर ही हुआ है। यह लगातार दूसरा दिन है जब कोरोना के नए केसों की संख्या 100 से अधिक है। कोरोना केसों में तेजी की वजह से मध्य इजराइल के बिनयामिना-गिवाट आडा में ऑरेंज जोन घोषित किया गया है। 110 नए केसों में से 64 विद्यार्थी हैं।
इजराइल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के केस दो महीने में सर्वाधिक पाए गए। देशभर में डेल्टा वेरिएंट के 125 केस मिल चुके हैं। संक्रमण की दर 0.3 फीसदी हो गई है जो रविवार को 0.01 फीसदी थी। मंगलवार को प्रधानमंत्री नप्ताली बेनेट ने कहा था कि इजराइल नए केसों को नए आउटब्रेक के रूप में देख रहा है और महामारी के खिलाफ जंग के लिए कोरोना वायरस कैबिनेट को दोबारा शुरू किया जाएगा बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर के पीछे डेल्टा वेरिएंट है। कोरोना का B.1.617 वेरिएंट पिछले साल अक्टूबर में सबसे पहले भारत में पाया गया था। इसे भारत में दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार बताया जाता है।