
बिच्छू डॉट कॉम। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पार्टी के वरिष्ठ नेता टेरी मॅकऑलिफ को वर्जीनिया के गवर्नर के चुनाव में पहली बार रिपब्लिकन उम्मीदवार बने ग्लेन यंगकिन के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस हार से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को झटका लगा है। बता दें कि मात्र एक साल पहले आठ करोड़ 10 लाख मतों से बाइडन की पार्टी ने व्हाइट हाउस में जीत दर्ज की थी। इस राज्य में बाइडन ने 10 प्रतिशत अंकों से जीत हासिल की थी। न्यूजर्सी के मौजूदा गवर्नर फिल मर्फी मामूली अंतर से जीत पाए। इस राज्य में भी बाइडन ने 16 प्रतिशत अंकों से जीत प्राप्त की थी। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि ये चुनाव परिणाम डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चिंता का विषय हैं, लेकिन बाइडन का कहना है कि उनके घरेलू एजेंडे के संसद में पारित होते ही मतदाताओं का रुख बदल जाएगा। अमेरिका के राज्यों में इस सप्ताह हुए चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी को लगे झटके के बावजूद बाइडन ने कहा कि चुनावों में उनकी पार्टी का खराब प्रदर्शन चिंता का विषय नहीं है।
बाइडन ने बुधवार को दलील दी कि उनका प्रशासन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से उबरने की दिशा में आगे बढ़ रहा है कि उनकी घरेलू खर्च योजना नाराज मतदाताओं को शांत करेगी। उन्होंने इस विचार को खारिज कर दिया कि चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी के खराब प्रदर्शन का संबंध एक हजार अरब डॉलर के अवसंरचना विधेयक और 1,750 अरब डॉलर की सामाजिक एवं पर्यावरणीय पहल में देरी से जुड़ा है। बाइडन ने कहा कि यदि विधेयक मंगलवार को चुनाव से पहले भी पारित हो गया होता, तो भी मैकऑलिफ के चुनाव परिणाम पर कोई फर्क नहीं पड़ता। वर्जीनिया में राष्ट्रपति के लिए समर्थन कम हुआ है। वर्जीनिया के 47 प्रतिशत मतदाताओं ने उनके प्रदर्शन से संतुष्टि जताई और 53 प्रतिशत ने नाखुशी जताई। डेमोक्रेटिक नेता और सांसद गेरी कोनोली ने भी कहा कि वर्जीनिया में चुनाव परिणाम के बाद पार्टी और बाइडन को सतर्क हो जाना चाहिए।
अखबार द गार्जियन के एक विश्लेषण में कहा गया है कि वर्जीनिया का चुनाव बाइडन के लिए इम्तिहान था। इसे उनके दस महीनों के कार्यकाल पर एक जनमत संग्रह की तरह देखा जा रहा था, लेकिन मतदान से ठीक पहले बाइडन की लोकप्रियता में भारी गिरावट देखने को मिली। ताजा जनमत सर्वेक्षण में उनकी एप्रूवल रेटिंग (उनके काम से संतुष्ट लोगों की संख्या) गिरकर 42 फीसदी पर आ गई है।