
बिच्छू डॉट कॉम। यावज्जीवेत सुखं जीवेत, ऋणं कृत्वा घृतं पिबेत। ऋषि चार्वाक का यह दर्शन शायद इमरान खान को भी पसंद आ गया है और तभी उन्होंने कर्ज लेकर पाकिस्तान को घी पिलाने का फैसला कर लिया है। इमरान खान ने बुधवार को गरीब परिवारों के लिए 120 अरब के सब्सिडी पैकेज का ऐलान किया। इसके तहत लाभार्थी परिवारों को आटा और दाल के साथ घी भी सब्सिडी रेट पर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि एक साथ कई मोर्चे पर घिर चुके इमरान खान ने जनता में बढ़ते आक्रोश को कुछ कम करने के लिए इस योजना की शुरुआत की है, जिसे उन्होंने पाकिस्तान के इतिहास में ‘सबसे बड़ी कल्याणकारी योजना’ करार दिया है। गरीबों को खाने-पीने की चीजें सस्ती कीमत पर देना तो बेशक अच्छा कदम ही है, लेकिन सवाल उठता है कि पाकिस्तान इस सब्सिडी की रकम लाएगा कहां से? सवाल यह भी उठता है कि मकसद सिर्फ गरीबों की मदद है तो यह योजना सिर्फ अगले 6 महीने के लिए क्यों है?
इमरान खान ने पाकिस्तान की आवाम को संबोधित करते हुए कहा कि लाभार्थी परिवारों को आटा, घी और दाल 30 फीसदी कम कीमत पर दिया जाएगा। खान ने कहा कि उनकी सरकार ने अगले 6 महीने तक 2 करोड़ परिवारों को आटा, दाल और घी खरीदने के लिए 120 अरब रुपए आवंटित किए हैं। इसे पाकिस्तान की सबसे बड़ी कल्याणकारी योजना बताते हुए इमरान खान ने कहा कि इसने पाकिस्तान को सच्चा कल्याणकारी राज्य बना दिया है, क्योंकि इससे देश के 13 करोड़ लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि यह सब्सिडी 260 अरब रुपए के अहसास कार्यक्रम के अतिरिक्त है, जिसमें 1.2 करोड़ परिवारों को नकद मदद दी जा रही है। इमरान खान ने यह भी घोषणा की कि 40 लाख परिवारों को ब्याज मुक्त ऋण भी दिया जाएगा।
इमरान खान ने ये ऐलान ऐसे समय पर किए हैं जब सेना से उनकी खटपट चल रही है और विपक्ष पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से सड़कों पर है। पाकिस्तान किस तरह कर्ज जाल में फंसा हुआ है, यह दुनिया से छिपा नहीं है। हाल ही में सऊदी से भी कर्ज लेकर लौटे इमरान खान ने नई योजनाओं से पहले से खाली सरकारी खजाने पर बोझ और अधिक बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि इमरान खान को आशंका है कि उनकी कुर्सी समय से पहले भी जा सकती है और ऐसे में वह जनता को खुश करने वाले कुछ और दांव खेल सकते हैं।